जल शक्ति विभाग के दफ्तर के बाहर गरजे एसटीपी वर्कर्स, बोले छह महीने से नहीं मिला वेतन
एसटीपी कॉन्ट्रैक्ट वर्कर्स यूनियन हिमाचल प्रदेश, सीटू के आह्वान पर प्रदेशभर के सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट मजदूरों ने आज शिमला में जलशक्ति विभाग के प्रमुख अभियंता कार्यालय के बाहर जोरदार प्रदर्शन किया
यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला 15-12-2025
एसटीपी कॉन्ट्रैक्ट वर्कर्स यूनियन हिमाचल प्रदेश, सीटू के आह्वान पर प्रदेशभर के सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट मजदूरों ने आज शिमला में जलशक्ति विभाग के प्रमुख अभियंता कार्यालय के बाहर जोरदार प्रदर्शन किया। मजदूरों ने श्रम कानूनों की खुलेआम हो रही अनदेखी, पिछले छह महीनों से वेतन न मिलने और बुनियादी सुविधाओं के अभाव को लेकर रोष जताया।
प्रदर्शन के बाद यूनियन के प्रतिनिधिमंडल ने प्रमुख अभियंता को ज्ञापन सौंपकर अपनी मांगें रखीं। एसटीपी वर्कर्स यूनियन हिमाचल के महासचिव, दिलीप सिंह ने बताया कि प्रदेश के सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट व नेटवर्क में कार्यरत मजदूरों को पिछले छह महीनों से वेतन नहीं दिया गया है। कई जगह मजदूरों को न्यूनतम वेतन से तीन से चार हजार रुपये कम भुगतान किया जा रहा है और वेतन दो से छह महीने की देरी से मिलता है, जो श्रम कानूनों का सीधा उल्लंघन है।
यूनियन ने मांग की कि सभी एसटीपी व नेटवर्क मजदूरों को न्यूनतम वेतन का पूर्ण भुगतान सुनिश्चित किया जाए और हर महीने की सात तारीख से पहले वेतन दिया जाए। सुप्रीम कोर्ट के 26 अक्तूबर 2016 के निर्णय के अनुसार समान काम के लिए समान वेतन लागू किया जाए। इसके साथ ही सुप्रीम कोर्ट के 12 मार्च 2024 के निर्णय के अनुसार एसटीपी व नेटवर्क के मजदूरों को नियमित किया जाए।
महासचिव ने कहा कि सीवरेज का काम अत्यंत जोखिम भरा है, जहां मजदूरों को जहरीली और ज्वलनशील गैसों का सामना करना पड़ता है, इसलिए इनके लिए अलग वेतन शेड्यूल बनाया जाए और न्यूनतम वेतन से 40 प्रतिशत अधिक भुगतान किया जाए। सभी एसटीपी को फैक्ट्री एक्ट के तहत पंजीकृत किया जाए और फैक्ट्री एक्ट के तहत मिलने वाली सभी सुविधाएं मजदूरों को दी जाएं।
यूनियन ने मैन्युअल स्कैवेंजर्स एक्ट 2013 को सख्ती से लागू करने, सभी मजदूरों को पीपीई किट, ऑक्सीजन मास्क, गम बूट, हेलमेट, ग्लव्स, सेफ्टी बेल्ट, लाइफ जैकेट, सुरक्षा चश्मे, प्राथमिक उपचार पेटी सहित सभी सुरक्षा उपकरण देने की मांग उठाई।
साथ ही पहचान पत्र, चेंजिंग रूम, बाथरूम, टॉयलेट, पीने के साफ पानी, स्टाफ क्वार्टर की मरम्मत, सर्दी-गर्मी के अनुसार वर्दी, ईपीएफ और ईएसआई की सभी त्रुटियों को ठीक कर बकाया जमा करने, बोनस, सभी प्रकार की छुट्टियां और वरिष्ठता के आधार पर वार्षिक वेतन वृद्धि की मांग भी रखी गई। चेतावनी दी कि यदि जल्द मांगें पूरी नहीं हुईं तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा और प्लांट को बंद किया जाएगा।
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