समाज के दबे कुचले लोगों की आवाज थे प्रोफेसर संतोष कुमार : किरनेश जंग 

प्रोफेसर संतोष कुमार द्वारा समाज के लिए किए गए योगदान को कभी नहीं भुलाया जा सकता। वह समाज के दबे कुचले लोगों की आवाज थे। उन्होंने जीवन पर्यंत जनहित की लड़ाई लड़ी है। यह बात विश्राम गृह में दून प्रेस क्लब , सरस संस्था और विभिन्न सामाजिक संस्थाओं की ओर से प्रोफेसर संतोष कुमार की पुण्यतिथि पर आयोजित कार्यक्रम में पूर्व विधायक किरणेश जंग ने कही

Aug 17, 2024 - 18:53
Aug 17, 2024 - 19:10
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समाज के दबे कुचले लोगों की आवाज थे प्रोफेसर संतोष कुमार : किरनेश जंग 
 
यंगवार्ता न्यूज़ - पांवटा साहिब  17-08-2024
प्रोफेसर संतोष कुमार द्वारा समाज के लिए किए गए योगदान को कभी नहीं भुलाया जा सकता। वह समाज के दबे कुचले लोगों की आवाज थे। उन्होंने जीवन पर्यंत जनहित की लड़ाई लड़ी है। यह बात विश्राम गृह में दून प्रेस क्लब , सरस संस्था और विभिन्न सामाजिक संस्थाओं की ओर से प्रोफेसर संतोष कुमार की पुण्यतिथि पर आयोजित कार्यक्रम में पूर्व विधायक किरणेश जंग ने कही। 
इस मौके पर विशिष्ट अतिथि मदन मोहन शर्मा और नाथूराम चौहान ने कहा कि प्रोफेसर गरीबों की आवाज थे। जिन लोगों की कोई आवाज कोई नहीं उठाता उनकी आवाज बनते थे। वो हमारे प्रेरणा स्रोत थे। इस मौके पर दून प्रेस क्लब के अध्यक्ष दिनेश ठाकुर, पूर्व अध्यक्ष श्यामलाल पुंडीर, सरस संस्था के अध्यक्ष कुलदीप गतवाल , सामाजिक कार्यकर्ता आशा तोमर और राजेश कुमार ने भी अपने विचार रखे। 
इससे पहले संतोष कुमार की 11 वीं पुण्यतिथि पर दून प्रेस क्लब , वन विभाग और विभिन्न सामाजिक संस्थाओं के संयुक्त तत्वाधान में पौधारोपण कार्यक्रम यमुना नदी के किनारे नए वन विहार पार्क में आयोजित किया गया। इस मौके पर विभिन्न प्रजाति के पौधे रोपे गए। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पूर्व विधायक चौधरी किरनेश जंग और विशिष्ट अतिथि के रूप में मदन मोहन शर्मा ने भाग किया। 
इसके अतिरिक्त मुंबई से संचालित वेद भाषा फाउंडेशन के फाउंडर दिलीप मिश्रा की उपस्थित रहे। इस मौके पर रेंज ऑफिसर मोहन सिंह , आशा तोमर , दिनेश ठाकुर , पूर्व अध्यक्ष अनुराग गुप्ता , नाथूराम चौहान , प्रेम पाल , कुलदीप गतवाल आदि उपस्थित थे।

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