स्टील उद्योग के खिलाफ आमरण अनशन पर बैठे तीन पंचायत के ग्रामीण , कारखाने के प्रदूषण से है परेशान

जिला सिरमौर के धौला कुआं स्थित एक इस्पात उद्योग के खिलाफ ग्रामीणों द्वारा पिछले 20 दिनों से हड़ताल की जा रही है , लेकिन शासन और प्रशासन में कोई सुनवाई न होने के कारण अब ग्रामीण आमरण अनशन पर बैठ गए हैं। जानकारी के मुताबिक धौला कुआं स्थित इस्पात उद्योग के प्रदूषण से परेशान ग्रामीणों ने यह कदम उठाया

Oct 27, 2023 - 18:58
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स्टील उद्योग के खिलाफ आमरण अनशन पर बैठे तीन पंचायत के ग्रामीण , कारखाने के प्रदूषण से है परेशान

 
यंगवार्ता न्यूज़ - पांवटा साहिब  27-10-2023

जिला सिरमौर के धौला कुआं स्थित एक इस्पात उद्योग के खिलाफ ग्रामीणों द्वारा पिछले 20 दिनों से हड़ताल की जा रही है , लेकिन शासन और प्रशासन में कोई सुनवाई न होने के कारण अब ग्रामीण आमरण अनशन पर बैठ गए हैं। जानकारी के मुताबिक धौला कुआं स्थित इस्पात उद्योग के प्रदूषण से परेशान ग्रामीणों ने यह कदम उठाया है। धौला कुआं और आसपास की तीन ग्राम पंचायत के करीब 100 से अधिक लोग आमरण अनशन पर बैठ गए हैं। ग्रामीणों का कहना है कि उद्योग के प्रदूषण से न केवल ग्रामीण बल्कि मवेशी , नदी नाले और पेड़ पौधे के साथ-साथ फसलें भी बर्बाद हो रही है। 
ग्रामीणों का कहना है कि उन्होंने कई बार शासन और प्रशासन से इसकी शिकायती की है , लेकिन उद्योग प्रबंधन की ऊंची पहुंच के चलते कोई भी कार्रवाई अमल में नहीं लाई जा रही है। समाजसेवी नाथूराम चौहान ने बताया कि स्टील उद्योग के खिलाफ ग्रामीणों द्वारा पिछले 20 दिनों से हड़ताल की जा रही है , लेकिन प्रशासन द्वारा कोई भी कार्रवाई न किए जाने के चलते परेशान होकर ग्रामीण अब आमरण अनशन पर बैठ गए हैं। समाजसेवी नाथूराम चौहान ने बताया कि उद्योग प्रबंधन की ऊंची पहुंच के चलते ना तो स्थानीय प्रशासन और ना ही जिला सिरमौर के राजनेता कोई कार्रवाई अमल में ला रहे हैं। 
उन्होंने आरोप लगाए की स्थानीय प्रशासन धौला कुआं से करीब 15 किलोमीटर दूर पहुंच साहिब में इन दोनों शरद महोत्सव तो मना रहा है लेकिन पिछले 20 दिनों से धौला कुआं क्षेत्र के सैकड़ों ग्रामीण हड़ताल पर बैठे हुए हैं लेकिन उनकी सुध लेने वाला कोई नहीं है। उन्होंने जिला सिरमौर के शिलाई से विधायक और हिमाचल प्रदेश सरकार में उद्योग एवं आयुष मंत्री हर्षवर्धन चौहान पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि हर्षवर्धन चौहान के संज्ञान में भी यह मामला कई मर्तबा लाया गया , लेकिन उद्योग प्रबंधन के खिलाफ किसी भी प्रकार की कोई कार्रवाई अमल में नहीं लाई जा रही है। 
नाथू राम चौहान ने कहा कि धौला कुआं , गिरी नगर और रामपुर आदि के ग्रामीण की समस्या का हल न तो शासन और ना ही प्रशासन कर रहा है जिसके चलते मजबूरन ग्रामीणों को अब आमरण अनशन का रास्ता हथियार करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि यदि इसके बावजूद भी सरकार द्वारा कोई कार्रवाई अमल में नहीं लाई गई तो मजबूरन ग्रामीणों को नेशनल हाईवे पर बैठकर चक्का जाम करना पड़ेगा। 

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