यंगवार्ता न्यूज़ - नाहन 11-12-2023
सभी धर्म के लोग गाय के दूध को पीते हैं और गाय के दूध की पौष्टिकता तथा सात्विक महत्व को भी जानते हैं , परंतु कुछ विधर्मी लोग गाय के दूध के साथ-साथ गाय के मांस खाने से भी गुरेज नहीं करते है। यह बात शिव निरंजन धाम मड़वास के अध्यक्ष पंडित कंठी राम ने कही।
उन्होंने कहा कि भगवान श्री कृष्ण ने भी गाय का पालन किया था और और उन्होंने स्वयं एक ग्वाला के रूप में अपनी लीला करके अपने आप में एक आदर्श स्थापित किया कि गाय की रक्षा सुरक्षा और पालन करना कितना महत्वपूर्ण है।
इसलिए आओ सभी धर्म के लोग मिलकर गौ माता को राष्ट्र माता राष्ट्र पशु का दर्जा दिलाने के लिए प्रयास करें , ताकि गौ माता बेसहारा आवारा ना रहे। गौ माता के रोम रोम में 33 कोटी देवी देवताओं का वास रहता है।
गौ माता का हर एक उत्पाद गोबर , गोमूत्र , दूध , घी और दही अपनी अपनी पौष्टिकता के साथ-साथ एक सात्विक महत्व भी रखते हैं तो गौ माता की रक्षा के लिए आप सभी धर्म के लोग आगे आए और गौ माता को राष्ट्रमाता करने के लिए अपना अपना यथासंभव प्रयास करें।