दो अक्तूबर तक बनाने थे 4.58 लाख आयुष्मान कार्ड , आयुष्मान ऐप में तकनीकी खराबी के कारण बने मात्र 662 कार्ड
केंद्र सरकार ने देशभर में 17 सितंबर से दो अक्तूबर तक आयुष्मान भव कार्यक्रम अभियान शुरू किया था। यह अभियान हिमाचल प्रदेश में भी चलाया जा रहा है। इस अभियान के तहत प्रदेश में बचे हुए 4.58 लाख लाभार्थियों के आयुष्मान कार्ड बनाने का लक्ष्य रखा
यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला 02-10-2023
केंद्र सरकार ने देशभर में 17 सितंबर से दो अक्तूबर तक आयुष्मान भव कार्यक्रम अभियान शुरू किया था। यह अभियान हिमाचल प्रदेश में भी चलाया जा रहा है। इस अभियान के तहत प्रदेश में बचे हुए 4.58 लाख लाभार्थियों के आयुष्मान कार्ड बनाने का लक्ष्य रखा है, लेकिन 17 सिंतबर से लेकर अब तक प्रदेशभर में 662 लोगों के आयुष्मान कार्ड ही बनाए गए है। आयुष्मान ऐप में आई खराबी के कारण लोगों के आयुष्मान कार्ड नहीं बन पा रहे है।
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि भारत सरकार के स्तर पर ही आयुष्मान ऐप में तकनीकी खराबी आई है। ऐसे में लोगों के ऐप नहीं बन पा रहे हैं। हिमाचल में लोगों के आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी व अधिकारी मोबाइल फोन पर ऐप के माध्यम से घर-घर जाकर लोगों के आयुष्मान कार्ड बनाते है।
ऐप में आई खराबी की वजह से ऐप सही तरीके से काम नहीं कर रहा है। इसके कारण कार्ड बनाने की प्रक्रिया काफी धीमी पड़ गई है। गौरतलब है कि राज्य में 15.95 लाख में से 11.37 लाख लाभार्थियों के आयुष्मान कार्ड बनाए गए है। आयुषमान अभियान के दौरान शीघ्र ही शेष 4.58 लाख लाभार्थियों के कार्ड बनाने का लक्ष्य रखा था।
इस अभियान के तहत किन्नौर और लाहुल-स्पीति के 58 मॉडल स्वास्थ्य केंद्रों और जिला अस्पतालों में आयुष्मान मेले आयोजित किए जा रहे है। अभियान के दौरान लोगों के रक्तचाप और शुगर की जांच की जा रही है। इस अभियान में 19 लाख घरों का दौरा किया जा रहा है। 64 लाख पात्र आबादी की तपेदिक की जांच की जानी है।
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