नदी के किनारे पर संकरे रास्ते को जान हथेली पर रखकर पार करने को मजबूर मैणी पंचायत के लोग
भारी बरसात के बीच एक ओर ब्यास नदी उफान पर है और दूसरी ओर नदी के किनारे पर संकरे रास्ते को जान हथेली पर रखकर पार करने को मजबूर हैं ग्रामीण। इस संकरे रास्ते पर जरा सा भी पैर फिसला तो सीधे ब्यास नदी में जाकर ही रुकेंगे
यंगवार्ता न्यूज़ - मंडी 22-08-2024
भारी बरसात के बीच एक ओर ब्यास नदी उफान पर है और दूसरी ओर नदी के किनारे पर संकरे रास्ते को जान हथेली पर रखकर पार करने को मजबूर हैं ग्रामीण। इस संकरे रास्ते पर जरा सा भी पैर फिसला तो सीधे ब्यास नदी में जाकर ही रुकेंगे।
यह कहानी है सदर विधानसभा क्षेत्र के 9 मील के साथ लगती ग्राम पंचायत मैणी के वाशिंदों की। पिछली साल ब्यास नदी में आई बाढ़ में यहां का पुराना रास्ता पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया था। इसके बाद स्थानीय पंचायत के द्वारा एक लाख की लागत से जो रास्ता बनाया गया, वह चार दिन भी नहीं चल सका।
वीरवार को मैणी पंचायत के ग्रामीणों का एक प्रतिनिधिमंडल उपायुक्त मंडी अपूर्व देवगन के दरबार पहुंचा और इस रास्ते की यथा स्थिति के बारे में उपायुक्त को अवगत कराया। वहीं इस मौके पर ग्रामीणों ने पंचायत प्रधान पर इस रास्ते के निर्माण में धांधली करने के भी आरोप लगाए।
प्रतिनिधिमंडल के साथ आए ग्रामीण मोहन सिंह व रमेश कुमार ने बताया कि इस रास्ते से लगभग 4 से 5 गांवों के 300 से अधिक लोग रोजाना यहां से गुजरते हैं। कुछ दिन पूर्व बरसात में यह रास्ता जब एक बार फिर से टूटा तो उन्होंने स्वयं श्रमदान कर इस रास्ते को दुरूस्त कर चलने लायक बनाया।
वहीं, उपायुक्त मंडी अपूर्व देवगन ने बताया कि प्रतिनिधिमंडल के ज्ञापन के आधार पर संबंधित खंड विकास अधिकारी को रास्ते की यथास्थिति के बारे में जांच करने के आदेश दे दिए गए हैं।
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