न्यूज़ एजेंसी - नई दिल्ली 02-09-2024
पश्चिम बंगाल में महिला डॉक्टर के खिलाफ हिंसा की घटना पर पूरे देश में उबाल है। अब राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने भी महिला डॉक्टर के रेप और हत्या मामले की निंदा की है और इसे बहुत दुर्भाग्यपूर्ण बताया। आरएसएस की समन्वय बैठक में अत्याचारों से पीड़ित महिलाओं को शीघ्र न्याय दिलाने के लिए कानूनों और दंडात्मक कार्रवाइयों की समीक्षा की आवश्यकता पर बल दिया। आरएसएस के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर ने कहा कि बैठक में कोलकाता के अस्पताल में 31 वर्षीय महिला डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या की घटना पर विस्तार से चर्चा की गई।
आंबेकर ने कहा कि यह एक बहुत दुर्भाग्यपूर्ण घटना थी और हर कोई इससे चिंतित है। उन्होंने कहा कि देश में इसी तरह की घटनाएं बढ़ रही हैं। बैठक में सरकार की भूमिका , आधिकारिक तंत्र , कानून , दंडात्मक कार्रवाई और प्रक्रियाओं पर भी चर्चा की गई। आरएसएस बैठक में ये फैसला हुआ कि संघ पांच मोर्चों पर अभियान चलाएगा। इनमें संस्कार , कानून मोर्चा , जागरूकता , शिक्षा और आत्मरक्षा शामिल है।
सुनील आंबेकर ने कहा कि उनका मानना है कि इन सभी मामलों पर फिर से विचार करने की जरूरत है , ताकि हम उचित और त्वरित प्रक्रिया अपना सकें और पीड़ित को न्याय दिला सकें। गौर हो कि 9 अगस्त को कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में एक ट्रेनी महिला डॉक्टर के साथ कथित तौर पर बलात्कार किया गया और उसकी हत्या कर दी गई। मामले में एक नागरिक स्वयंसेवक को गिरफ्तार किया गया है।