शिमला के अस्पतालों में सेवा भारती संस्था मरीजों के लिए संकटमोचक हो रही साबित
शिमला के अस्पतालों में सेवा भारती संस्था मरीजों के लिए संकटमोचक साबित हो रही है। दूर दराज से इलाज के लिए आने वाले जरूरतमंद मरीजों, दुर्घटना में घायल लोगों, बेसहारा रोगियों, बुजुर्गों, महिलाओं और बच्चों की हर संभव मदद
यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला 22-12-2024
शिमला के अस्पतालों में सेवा भारती संस्था मरीजों के लिए संकटमोचक साबित हो रही है। दूर दराज से इलाज के लिए आने वाले जरूरतमंद मरीजों, दुर्घटना में घायल लोगों, बेसहारा रोगियों, बुजुर्गों, महिलाओं और बच्चों की हर संभव मदद इस संस्था के स्वयंसेवक करते हैं।
समाज के सहयोग से मरीजों को दवाएं, रक्त, जीवन रक्षक उपकरण, व्हीलचेयर, बिस्तर, और कंबल आदि उपलब्ध कराए जाते हैं। सेवा भारती शिमला के अध्यक्ष विनोद अग्रवाल ने बताया कि संस्था पिछले अनेक वर्षों से शिमला के अस्पतालों में हजारों रोगियों की सेवा और जीवन रक्षा में अहम भूमिका निभा चुकी हैं। संस्था ने 2024 में आईजीएमसी और दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल में 8500 से अधिक मरीजों की सहायता की।
इस दौरान जरूरतमंदों को 1188 यूनिट रक्त उपलब्ध कराया गया। इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज अस्पताल स्थित सेवा भारती इकाई के सचिव नरेंद्र ठाकुर ने बताया कि वर्ष 2024 में मरीजों को 26 ऑक्सीजन मशीनें, 433 व्हीलचेयर, 13 अल्फाबेड, 1954 कंबल और 14 बैसाखियां वितरित की गईं।
इसके अतिरिक्त 1702 गरीब मरीजों के दवा इलाज के बिल संस्था ने भरे। साथ ही, 17 रोगियों को मासिक दवाएं उनके घर तक मुफ्त पहुंचाई गईं, जो शारीरिक और आर्थिक कारणों से दुकान तक जाकर दवा खरीदने में असमर्थ हैं। सेवा भारती पूछताछ केंद्र से 3000 से ज्यादा लोगों का मार्गदर्शन किया गया।
आईजीएमसी अस्पताल में सेवा भारती का काउंटर दिनभर मरीजों की सेवा में जुटा रहता है। डॉ. दिनेश चौहान हर इमरजेंसी में मरीजों की मदद करते हैं। साथ ही, दीक्षा और पिंकी नामक दो वालंटियर सुबह 9 से शाम 5 बजे तक रोगियों की सहायता करती हैं।
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