सैन्य सम्मान के साथ तिरंगे में लिपटे घर लौटे अरुण कुमार पंचतत्व में विलीन

अरुणाचल प्रदेश में ड्यूटी के दौरान हुई मौत के बाद ऊना जिला के चताड़ा गांव के अरुण कुमार उर्फ़ लक्की का पार्थिव शरीर वीरवार सुबह पैतृक गांव पहुंचा। सेना द्वारा उनके पार्थिव शरीर को वीरवार को अरुणाचल प्रदेश से एयरलिफ्ट कर चंडीगढ़ लाया गया

Aug 14, 2025 - 17:02
 0  6
सैन्य सम्मान के साथ तिरंगे में लिपटे घर लौटे अरुण कुमार पंचतत्व में विलीन

यंगवार्ता न्यूज़ - ऊना     14-08-2025

अरुणाचल प्रदेश में ड्यूटी के दौरान हुई मौत के बाद ऊना जिला के चताड़ा गांव के अरुण कुमार उर्फ़ लक्की का पार्थिव शरीर वीरवार सुबह पैतृक गांव पहुंचा। सेना द्वारा उनके पार्थिव शरीर को वीरवार को अरुणाचल प्रदेश से एयरलिफ्ट कर चंडीगढ़ लाया गया था। 

जिसके बाद फूलों से सजी विशेष सेना की गाड़ी में पूरे सम्मान के साथ गांव लाया गया।जैसे ही तिरंगे में लिपटा शव गांव की सीमा में प्रवेश किया। सैकड़ों लोग अपने जवान बेटे के अंतिम दर्शन के लिए उमड़ पड़े। 

हर हाथ में तिरंगा था और भारत माता की जय तथा वंदे मातरम के नारों से पूरा वातावरण गूंज उठा। महिलाएं, बुजुर्ग, युवा और बच्चे हर किसी की आंखें नम थीं। गांव की गलियों से गुजरते हुए सेना की गाड़ी पर फूलों की वर्षा होती रही। जैसे ही पार्थिव शरीर शहीद के घर के आंगन में पहुंचा, परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल हो गया। 

माता-पिता, पत्नी, बच्चे, भाई और अन्य परिजन अपने लाडले को आखिरी बार देखने के लिए बेसुध से हो गए। इस दु:खद घड़ी में हमीरपुर संसदीय क्षेत्र के सांसद अनुराग ठाकुर, कुटलैहड़ विधायक विवेक शर्मा और पूर्व मंत्री वीरेंद्र कंवर भी गांव पहुंचे। 

उन्होंने पार्थिव शरीर पर पुष्पचक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी और परिवार को ढांढस बंधाया। सेना के अधिकारियों और जवानों ने भी पूरे सैन्य सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी। अंतिम यात्रा में गांव और आसपास के इलाकों से हजारों लोग शामिल हुए। रास्ते भर जब तक सूरज-चांद रहेगा, फौजी लक्की तेरा नाम रहेगा के नारे गूंजते रहे। गम और गर्व के इस मिश्रित माहौल में गांव के श्मशान घाट पर सैन्य रीति-रिवाज से उनका अंतिम संस्कार किया गया। 

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow