जलमग्न हुई बल्ह घाटी : दर्जनों गाँव एवं व्यापारिक प्रतिष्ठान आये चपेट में , शासन-प्रशासन चिर निंद्रा में : किसान सभा  

किसान सभा के उपाध्यक्ष, जोगिन्दर वालिया ने बल्ह में आयी बाढ़ के चलते हुए पिछले 48 घंटो से भारी बारिश के कारण व एवं जल की निकासी न होने के कारण दर्जनों गाँव एवं व्यापारिक संस्थानों को अपनी चपेट में ले लिया जिसके कारण मकानों एवं दुकानों में जल भराव के कारण आम लोगों को लाखों रुपये का नुकसान झेलना पड़ा दूसरी तरफ सथानीय प्रशासन

Aug 13, 2023 - 19:45
Aug 13, 2023 - 19:52
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जलमग्न हुई बल्ह घाटी : दर्जनों गाँव एवं व्यापारिक प्रतिष्ठान आये चपेट में , शासन-प्रशासन चिर निंद्रा में : किसान सभा  
यंगवार्ता न्यूज़ - मंडी   13-08-2023
किसान सभा के उपाध्यक्ष, जोगिन्दर वालिया ने बल्ह में आयी बाढ़ के चलते हुए पिछले 48 घंटो से भारी बारिश के कारण व एवं जल की निकासी न होने के कारण दर्जनों गाँव एवं व्यापारिक संस्थानों को अपनी चपेट में ले लिया जिसके कारण मकानों एवं दुकानों में जल भराव के कारण आम लोगों को लाखों रुपये का नुकसान झेलना पड़ा दूसरी तरफ सथानीय प्रशासन व विधायक गहरी निंद में सोये है I सबसे ज्यादा नुकसान भंगरोटू-नेरचोक से डडोर कन्साचोंक, डावन, सियांह, सिहन, चन्डयाल, बेहना , गुटकर एवं नागचला के गांवों के जन-मानस को उठाना पड़ा जिसमे मुख्य रूप से जल निकासी के लिए उचित नालियाँ न होना व पुलियों को  बंद किया जाना देखा गया। 
 
 
यंहा तक की मझयाटल पुली व नागचला से जल निकासी नहीं हो सकी और जिसके कारण पुरे रोड में 3-4 फीट तक पानी ही पानी हो गया और लोगो के दुकानों में घुसकर लाखों का नुकसान कर गया। जनता ने स्थानीय निकाय एवं बल्ह प्रशासान और एनएच प्राधिकरण से मांग की हे की बंद पड़ी नालियाँ एवं पुलियों को समय रहते खुलवाया जाये और  नोलखा से डडोर में मेन रोड़ व सर्विस रोड के बीच बनायीं गई नाली की बजाये, सड़क के दोनों तरफ बड़ी नाली को बनाया जाये I हिमाचल किसान सभा एवं बल्ह बचाओ किसान संघर्ष समिति पिछली जयराम सरकार एवं नई सरकार को सचेत करता रहा है कि बल्ह का प्रस्तावित एअरपोर्ट क्षेत्र लगातार बाढ़ की मार झेलता रहा है। इसलिए ड्रीम एअरपोर्ट को दूसरी जगह बनाया जाये , यह क्षेत्र  सरकार द्वारा बाढ़ एरिया भी घोषित किया जा चुका है और पहले 1962 की बाढ़ इतनी भयंकर थी कि गांव के गांव , सैंकड़ों लोग व मवेशी बह गए थे।
 
 
 यहाँ तक की डड़ोर से नेरचोक सड़क के स्तर को कम करना पड़ा था और उस समय लोगों को दूसरी जगह बसाया गया। उसके बाद भी कई बार बाढ़ आने से लोगों के घर, गौशाला और अन्य सम्पति पानी में डूबते रहे हें और भारी नुकसान उठाना पड़ता रहता है। 13 अगस्त 2018 को बल्ह प्रस्तावित हवाई पट्टी का करीब 80 % बाढ़ की चपेट आ गया था जबकि यह क्षेत्र लोहारी खड्, कंसा खड्, और सुकेती खड् से यह प्रस्तावित अड्डा घिरा हुआ है। अत हम मांग करते की बाढ़ हुए नुकसान का उचित मुआबजा दिया जाये एवं प्रस्ताबित एअरपोर्ट को दूसरी जगह बनाया जाये जिससे राष्ट्रिय सम्पति के नुकसान से बचाया जा सके I

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