हिमाचल में पीडब्ल्यूडी, पुलिस और स्वास्थ्य कर्मियों की छुट्टियां रद्द , ऊना में नहीं उड़ेगा ड्रोन , सरकार ने लगाई रोक

देश के कई शहरों पर पाकिस्तान की ओर से की हमले की कोशिश के बाद हिमाचल प्रदेश में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है। प्रदेश में सभी सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट पर हैं। विशेषकर प्रदेश के पर्यटन स्थलों, शक्तिपीठों, जल विद्युत परियोजनाओं और सीमावर्ती क्षेत्रों को अलर्ट पर रखा गया है। सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए पुलिस, स्वास्थ्य विभाग, लोक निर्माण विभाग और अन्य आपातकालीन सेवाओं से जुड़े कर्मियों की छुट्टियां रद्द कर दी हैं।

May 10, 2025 - 19:41
May 10, 2025 - 20:06
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हिमाचल में पीडब्ल्यूडी, पुलिस और स्वास्थ्य कर्मियों की छुट्टियां रद्द , ऊना में नहीं उड़ेगा ड्रोन , सरकार ने लगाई रोक

यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला  10-05-2025

देश के कई शहरों पर पाकिस्तान की ओर से की हमले की कोशिश के बाद हिमाचल प्रदेश में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है। प्रदेश में सभी सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट पर हैं। विशेषकर प्रदेश के पर्यटन स्थलों, शक्तिपीठों, जल विद्युत परियोजनाओं और सीमावर्ती क्षेत्रों को अलर्ट पर रखा गया है। सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए पुलिस, स्वास्थ्य विभाग, लोक निर्माण विभाग और अन्य आपातकालीन सेवाओं से जुड़े कर्मियों की छुट्टियां रद्द कर दी हैं। पीडब्ल्यूडी मुख्यालय की ओर से सभी कर्मचारियों को अपने-अपने तैनाती स्थल पर बने रहने और अगले आदेश तक अपना मुख्यालय न छोड़ने के निर्देश दिए गए हैं। सिर्फ असाधारण परिस्थितियों में पहले स्वीकृत की गई कोई भी छुट्टी तब तक रद्द मानी जाएगी जब तक कि सक्षम प्राधिकारी की ओर से उसे नए सिरे से स्वीकृत न किया जाए। सभी कर्मचारियों को इन निर्देशों का अक्षरशः पालन करने को कहा गया है। 
वहीं, सीएम सुक्खू ने कहा कि पाकिस्तान द्वारा पठानकोट में किए गए ड्रोन अटैक के मद्देनजर हिमाचल के सीमावर्ती क्षेत्र नूरपुर और इंदौरा में विशेष सतर्कता बरती जा रही है। दोनों जगह पुलिस अधीक्षकों से बातचीत कर फीडबैक लिया है। परिस्थितियां देखते हुए सरकार ने छुट्टियों में भी आपदा प्रबंधन, सामान्य प्रशासन विभाग और गृह विभाग को 24 घंटे कार्यरत रहने के निर्देश दिए हैं। सुक्खू ने कहा कि घबराने की कोई आवश्यकता नहीं है, लेकिन सभी स्तरों पर सतर्क रहना अनिवार्य है। पठानकोट, चंडीगढ़ और जम्मू-कश्मीर के सीमावर्ती जिलों के प्रशासन को विशेष रूप से सतर्क रहने की आवश्यकता है। उन्होंने धार्मिक स्थलों, हवाई अड्डों, बांधों, पुलों और अन्य महत्वपूर्ण संस्थानों में पर्याप्त सुरक्षा प्रबंध करने के निर्देश दिए। केंद्र सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुरूप मॉकड्रिल आयोजित करने को भी कहा।

उधर भारत-पाकिस्तान के बीच चल रहे तनावपूर्ण हालातों को ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन ऊना ने क्षेत्र में जन सुरक्षा व कानून व्यवस्था की पालना को लेकर सख्त निर्देश जारी किए हैं। ऊना जिले में ड्रोन उड़ाने और पटाखे चलाने पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया गया है। जिला दंडाधिकारी एवं जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अध्यक्ष जतिन लाल ने आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 की धारा 33 एवं 34 के अंतर्गत यह आदेश जारी किए हैं। जारी आदेशों के मुताबिक ऊना जिले की सीमा में किसी भी प्रकार के ड्रोन, मानव रहित विमान (यूएवी), रिमोट नियंत्रित एयरक्राफ्ट या ड्रोन आधारित फोटोग्राफी-वीडियोग्राफी पर तत्काल प्रभाव से पूर्ण प्रतिबंध लगाया गया है। 
यदि किसी संस्था या व्यक्ति को विशेष अनुमति की आवश्यकता है तो इसके लिए उपायुक्त से पूर्व में लिखित स्वीकृति लेना अनिवार्य होगा। वहीं वर्तमान संवेदनशील सुरक्षा परिस्थिति को देखते हुए जिले में पटाखों के इस्तेमाल, बिक्री और विस्फोट पर भी पूर्ण प्रतिबंध लगाया गया है। यह निर्णय किसी भी प्रकार की अफवाह, घबराहट या विस्फोट जैसी आवाजों की गलत व्याख्या को रोकने के उद्देश्य से लिया गया है। ये आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होंगे और अगले आदेश तक प्रभावी रहेंगे। आदेशों की अवहेलना करने पर संबंधित व्यक्ति या संस्था के विरुद्ध आपदा प्रबंधन अधिनियम, 2005 तथा अन्य प्रासंगिक कानूनों के तहत सख्त कार्रवाई की जाएगी।

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