चूड़धार में दो दिन मिलेगा सिड्डू और घी का प्रसाद , चूड़ेश्वर सेवा समिति की केंद्रीय कार्यकारिणी में भंडारा समिति ने दी जानकारी
चूड़ेश्वर सेवा समिति की नवगठित कार्यकारिणी की पहली बैठक रविवार को चौपाल में सम्पन्न हुई। बैठक की अध्यक्षता केंद्रीय कार्यकारिणी के अध्यक्ष बी.एम. नंटा ने की। बैठक का संचालन केंद्रीय कार्यकारिणी के महासचिव डॉक्टर सुनील कमल ने किया। सबसे पहले पूजा अर्चना की गई और इसके बाद सभी सदस्यों का परिचय हुआ। बैठक में समिति के सभी नवनिर्वाचित पदाधिकारियों ने भाग लिया और संस्था के भावी कार्यों की रूपरेखा पर विस्तार से चर्चा की गई

यंगवार्ता न्यूज़ - चौपाल 21-07-2025
चूड़ेश्वर सेवा समिति की नवगठित कार्यकारिणी की पहली बैठक रविवार को चौपाल में सम्पन्न हुई। बैठक की अध्यक्षता केंद्रीय कार्यकारिणी के अध्यक्ष बी.एम. नंटा ने की। बैठक का संचालन केंद्रीय कार्यकारिणी के महासचिव डॉक्टर सुनील कमल ने किया। सबसे पहले पूजा अर्चना की गई और इसके बाद सभी सदस्यों का परिचय हुआ। बैठक में समिति के सभी नवनिर्वाचित पदाधिकारियों ने भाग लिया और संस्था के भावी कार्यों की रूपरेखा पर विस्तार से चर्चा की गई। सेवा कार्यों में पारदर्शिता, नियमित गतिविधियों के संचालन और समाजसेवा को प्राथमिकता देने पर विशेष बल दिया गया। बीएम नंटा ने अपने संबोधन में समिति की भूमिका को जनसेवा के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण बताया और सभी सदस्यों से समर्पित भाव से कार्य करने का आह्वान किया। बैठक में विभिन्न उप समितियों के अध्यक्ष ने भी अपने अपने सुझाव दिए तथा सदस्यों की जिम्मेदारियों का भी निर्धारण किया गया। बैठक सौहार्दपूर्ण वातावरण में सम्पन्न हुई। बैठक में भंडारा समिति के अध्यक्ष अमर सिंह ने चूड़धार में चल रहे भंडारे के बारे में विस्तार से चर्चा की।
उन्होंने बताया कि इस बार से भंडारे में शाम के समय चाय और सुबह के समय चाय और हलवा प्रसाद के रूप में वितरित किया जा रहा है। साथ ही उन्होंने भंडारा समिति के लिए कुछ मांगे भी रखी जिनमें सोलर लाइट की रिपेयर और वैकल्पिक बिजली की व्यवस्था की मांग रखी। उन्होंने कहा कि इस बार लंगर में दो दिन सिडकू और घी भी आने वाले श्रद्धालुओं को दिया जा रहा है। इसके अलावा केंद्रीय कार्यकारिणी के पूर्व अध्यक्ष हरिनंद मेहता ने भी अपने विचार रखें। उन्होंने समिति के कार्य को और अधिक बेहतर बनाने के लिए अपने सुझाव भी दिए। साहित्य सृजन एवं प्रशासन उप समिति के अध्यक्ष डॉ गोपाल चौहान और उपाध्यक्ष डॉ शिव भारद्वाज ने कहा कि शीघ्र ही शिरगुल महाराज पर पुस्तक तैयार होगी। उन्होंने कहा कि अगले वार्षिक सम्मेलन से पूर्व यह पुस्तक तैयार हो जाएगी।
साथ ही उन्होंने शिरगुल महाराज पर एक पंपलेट और वहां पर एक होर्डिंग लगाने की भी बात कही जिससे वहां आने वाले श्रद्धालुओं को यह पता चल सके कि शिरगुल महाराज का इतिहास क्या है। साथ ही उन्होंने फेसबुक पर एक पेज बनाने व वेबसाइट बनाने का भी सुझाव दिया। प्रचार प्रसार समिति के सदस्य सतपाल ठाकुर , पर्यावरण संरक्षण एवं स्वच्छता उप समिति के अध्यक्ष चंद्रमोहन ठाकुर , गौ संरक्षण उप समिति के अध्यक्ष बाबूराम शास्त्री , महेंद्र शर्मा , कृष्ण दत्त शर्मा , चौपाल यूनिट के अध्यक्ष प्रताप नेगी समेत अन्य लोगों ने अपने विचार रखे। इस मौके पर केंद्रीय कार्यकारिणी की उपाध्यक्ष प्रदीप , पूर्व महासचिव ग्यार सिंह सिंह नेगी , रविंद्र चंदेल , पवन पटियाल ,योगेश आष्टा , भूपेंद्र मेहता , काशीराम समता , नारायण चौहान , हरिंदर ठाकुर , देवेंद्र शर्मा , रजनी बाला और जाति राम चौहान समेत अन्य मौजूद रहे।
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