कांगड़ा हवाई अड्डे पर दृश्यता सीमा को 5 किलोमीटर से घटाकर लगभग तीन किलोमीटर करने की योजना
हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा हवाई अड्डे पर दृश्यता सीमा को पांच किलोमीटर से घटाकर लगभग तीन किलोमीटर करने की योजना है। इससे निश्चित रूप से उड़ानों के रद्द होने की संभावना कम हो जाएगी

यंगवार्ता न्यूज़ - धर्मशाला 06-09-2025
हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा हवाई अड्डे पर दृश्यता सीमा को पांच किलोमीटर से घटाकर लगभग तीन किलोमीटर करने की योजना है। इससे निश्चित रूप से उड़ानों के रद्द होने की संभावना कम हो जाएगी। कांगड़ा हवाई अड्डे के निदेशक धीरेंद्र सिंह समाचार एजेंसी एएनआई से कहा, 'बारिश ने पूरे हिमाचल प्रदेश को प्रभावित किया है और उड़ानें रद्द होने का सबसे ज्यादा असर कांगड़ा हवाई अड्डे पर पड़ा है।
चूंकि कांगड़ा हवाई अड्डे पर उतरने के लिए पांच किलोमीटर की दृश्यता की आवश्यकता होती है, इसलिए हम कह सकते हैं कि पिछले दो महीनों में यहां 30 से 40 फीसदी से ज्यादा उड़ानें रद्द हुई हैं। हमारा मुख्य उद्देश्य दृश्यता सीमा को पांच किलोमीटर से घटाकर लगभग तीन किलोमीटर करना था ताकि उड़ानें कम से कम रद्द हों और इस दिशा में हमने एक उपलब्धि हासिल की है।
कांगड़ा हवाई अड्डे का हवाई क्षेत्र भारतीय वायु सेना के नियंत्रण में है और हम कोई एटीसी प्रक्रिया नहीं बना पा रहे थे... भारतीय हवाई अड्डा प्राधिकरण ने इस मामले को बहुत गंभीरता से लिया और संबंधित अधिकारियों के साथ कई बैठकों के बाद यह निर्णय लिया गया है कि वायु सेना हमें 12 नॉटिकल मील का क्षेत्र सौंप देगी। अब हम प्रक्रियाएं तैयार कर रहे हैं और हमने एयरलाइनों को भी इसमें शामिल कर लिया है।
डीजीसीए, एयरलाइंस और हवाई अड्डा प्राधिकरण इस पर काम कर रहे हैं और हम दृश्यता सीमा को पांच किलोमीटर से घटाकर लगभग तीन किलोमीटर करने की कोशिश कर रहे हैं और इससे निश्चित रूप से उड़ानों के रद्द होने की संभावना कम हो जाएगी।
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