कृत्रिम झील में डूबने से एक युवक की मौत , नदी पर ड्रेजिंग कार्य के दौरान हुआ हादसा 

पिन पार्वती नदी पर ड्रेजिंग कार्य के दौरान सैंज एनएचपीसी आवासीय कालोनी के सामने तैयार की गई कृत्रिम झील में डूबने से एक युवक की मौत हो गई है। घटना बुधवार दोपहर करीब साढ़े 12 बजे की है। जब सैंज औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान के 2 प्रशिक्षु यहां से नदी पार रहे थे तो तेज धूप में भारी गर्मी के कारण झील में नहाने के लिए चले गए। झील गहरी होने के कारण एक युवक ओम प्रकाश पुत्र डेहरू राम निवासी गांव शारन तहसील सैंज पानी में डूब गया

Jun 19, 2024 - 21:38
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कृत्रिम झील में डूबने से एक युवक की मौत , नदी पर ड्रेजिंग कार्य के दौरान हुआ हादसा 
यंगवार्ता न्यूज़ - कुल्लू  19-06-2024
पिन पार्वती नदी पर ड्रेजिंग कार्य के दौरान सैंज एनएचपीसी आवासीय कालोनी के सामने तैयार की गई कृत्रिम झील में डूबने से एक युवक की मौत हो गई है। घटना बुधवार दोपहर करीब साढ़े 12 बजे की है। जब सैंज औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान के 2 प्रशिक्षु यहां से नदी पार रहे थे तो तेज धूप में भारी गर्मी के कारण झील में नहाने के लिए चले गए। झील गहरी होने के कारण एक युवक ओम प्रकाश पुत्र डेहरू राम निवासी गांव शारन तहसील सैंज पानी में डूब गया। काफी देर तक बाहर न निकलने पर उसके दूसरे साथी युवक मनीष सिंह निवासी गांव हलान तहसील मनाली ने इसकी जानकारी अपने मित्रों को दी। 
सूचना मिलने पर थाना सैंज से पुलिस की एक टीम तथा एंबुलेंस मौके पर पहुंचे। वहीं घटना की खबर मिलते ही सैंज बाजार तथा समीप के गांव बक्सा हाल से काफी संख्या में लोग घटनास्थल पर पहुंच कर युवक की तलाश में जुट गए। काफी देर तक युवक का सुराग न मिल पाने के बाद जेसीबी तथा पोकलेन मशीन से कृत्रिम झील को खोलने का कार्य शुरू किया गया। करीब 3 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद युवक का शव बरामद हुआ, जिसे पुलिस ने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए बंजार अस्पताल में भेज दिया है। 
एसपी खुशहाल शर्मा ने मामले की पुष्टि की है। उधर, स्थानीय ग्रामीणों ने ड्रेजिंग कार्य को लेकर ठेकेदार की लापरवाही तथा प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए हैं। सैंज विकास समिति के प्रधान बुध राम ने बताया कि बाढ़ प्रभावित बक्शाहल के ग्रामीण इस झील को खोलने को लेकर ठेकेदार तथा एसडीएम बंजार से कई बार मांग कर चुके हैं लेकिन वे सुनने को तैयार नहीं थे और अब यहां दुखद घटना सामने आई है। 
उन्होंने कहा कि स्थानीय प्रशासन की अनसुनी के बाद समस्या को लेकर बुधवार को ही समिति के सदस्य जिलाधीश कुल्लू से मिलने गए हुए थे और सैंज से उन्हें यह दुखद समाचार मिल गया। लोगों ने सरकार से मांग की है इस तरह की लापरवाही के लिए जवाबदेही तय की जाए क्योंकि ड्रेजिंग कार्य बंद करने के बाद इस कृत्रिम झील को खोल दिया होता तो आज एक घर का चिराग बुझ जाने से बच सकता था।

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