जब अचानक आंगनवाड़ी केन्द्र और स्कूल में पहुंचे डीसी सुमित खिमटा , स्टाफ के हाथ पांव फूले

उपायुक्त सिरमौर सुमित खिमटा ने आज शुक्रवार को सिरमौर जिला के सराहां क्षेत्र के सादनाघाट पंचायत के तहत राजकीय प्राथमिक पाठशाला और माध्यमिक पाठशाला चांडोग का औचक निरीक्षण किया। उपायुक्त ने स्कूल परिसर में पहुंचकर स्कूल में चल रहे पठन-पाठन कार्य की जानकारी हासिल की

Feb 9, 2024 - 19:11
Feb 9, 2024 - 20:34
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जब अचानक आंगनवाड़ी केन्द्र और स्कूल में पहुंचे डीसी सुमित खिमटा , स्टाफ के हाथ पांव फूले
यंगवर्ता न्यूज़ - नाहन  09-02-2024
उपायुक्त सिरमौर सुमित खिमटा ने आज शुक्रवार को सिरमौर जिला के सराहां क्षेत्र के सादनाघाट पंचायत के तहत राजकीय प्राथमिक पाठशाला और माध्यमिक पाठशाला चांडोग का औचक निरीक्षण किया। उपायुक्त ने स्कूल परिसर में पहुंचकर स्कूल में चल रहे पठन-पाठन कार्य की जानकारी हासिल की। उन्होंने स्कूल में चलाई जा रही ‘‘मिड डे मील योजना’’ की पाठशाला का निरीक्षण भी किया और भोजन की गुणवत्ता परखी। सुमित खिमटा ने इस अवसर पर विद्यालय के अध्यापकों से स्कूल में बच्चों की शिक्षा पर विशेष ध्यान देने के लिए कहा। 
उन्होंने कहा कि बच्चे हमारे देश का भविष्य हैं और उन्हें उचित शिक्षा मिले यह शिक्षकों की जिम्मेवारी है। उन्होंने विद्यालय में ‘‘मीड डे मील’’ के तहत बच्चों को दिये जा रहे भोजन की गुणवत्ता सुनिश्चित बनाने के निर्देश भी स्कूल अध्यापकों को दिये। उपायुक्त ने आंगवाड़ी केन्द्र नाली-चांडोग का भी औचक निरीक्षण किया। उन्होंने आंगनवाड़ी केन्द्र में पात्र माताओं और शिशुओं को प्रदेश सरकार द्वारा दी जा रही सुविधाओं और राशन इत्यादि वितरण के बारे में जानकारी हासिल की। सुमित खिमटा ने आंगनवाड़ी के निरीक्षण के दौरान कहा कि आंगनवाड़ी केंद्रों की बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास में अहम भूमिका है। 
उन्होंने कहा कि आंगनवाड़ी केन्द्र को सरकार द्वारा सचालित विभिन्न योजनाओं का सही कार्यान्वयन सुनिश्चित बनाना चाहिए। उल्लेखनीय है कि उपायुक्त सिरमौर सुमित खिमटा जब भी जिला के प्रवास पर निकलते हैं तो वह, स्कूलों और आंगनबाड़ी केन्द्रों तथा पंचायतों आदि संस्थानों की कार्यप्रणाली की जांच भी करते हैं। सुमित खिमटा अक्सर विभिन्न विभाग के अधिकारियों को भी विभागीय कार्य के निष्पादन के लिए प्रवास के दौरान शिक्षण संस्थानों, आंगनवाड़ी केन्द्रों तथा पंचायतों आदि सस्थानों में जाकर वहां दी जा रही सेवाओं की जांच करने के लिए प्रेरित करते हैं। 
दरअसल, सुमित खिमटा का मानना है कि इस प्रकार के निरीक्षणों से जन सेवाओं के क्रियान्वयन में गति आने के साथ ही उपलब्ध करवाई जा रही सेवाओं की गुणवत्ता बढ़ती है और कार्यों के निष्पादन में पारदर्शिता भी बनी रहती है।

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