जोगिंद्रनगर में उहल परियोजना के एचआरटी और जलाशय में जलभराव का कार्य पूरा
हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले के जोगिंद्रनगर में उहल तृतीय पन विद्युत परियोजना में अब दिसंबर से 33.3 मेगावाट की पहली टरबाइन में विद्युत उत्पादन शुरू हो जाएगा। इसकी तैयारी ब्यास वैली पावर कॉर्पोरेशन ने शुरू
यंगवार्ता न्यूज़ - मंडी 28-11-2024
हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले के जोगिंद्रनगर में उहल तृतीय पन विद्युत परियोजना में अब दिसंबर से 33.3 मेगावाट की पहली टरबाइन में विद्युत उत्पादन शुरू हो जाएगा। इसकी तैयारी ब्यास वैली पावर कॉर्पोरेशन ने शुरू कर दी है। आठ किलोमीटर की एचआरटी में करीब 42 हजार क्यूसिक मीटर पानी और 1.76 हजार क्यूबिक मीटर के जलाशय में जल भराव का कार्य पूरा होने के बाद विद्युत उत्पादन का रास्ता साफ हो गया है।
विद्युत उत्पादन के दौरान बीते चार साल पहले क्षतिग्रस्त हुई दो किलोमीटर लंबी पैनस्टॉक का निर्माण भी नए सिरे से पूरा होने के बाद विद्युत परियोजना की संयुक्त टीम में शामिल मैकेनिक, सिविल इंजीनियर इसकी टेस्टिंग करेंगे। इसके बाद पैन स्टॉक में पानी भरने का कार्य शुरू होगा। जोगिंद्रनगर की 100 मैगावाट की इस महत्वाकांक्षी विद्युत परियोजना में दिसंबर में 33.3 मेगावाट की एक टरबाइन में विद्युत उत्पादन शुरू होगा।
इसके बाद जनवरी दो अन्य 33.3 मेगावाट की टरबाइनों में विद्युत उत्पादन का परीक्षण होगा। परीक्षण के सफल रहने के बाद 100 मैगावाट विद्युत उत्पादन शुरू हो सकेगा। परियोजना की क्षतिग्रस्त पैन स्टॉक का कार्य शत प्रतिशत पूरा होने के बाद अब इसमें फिर से विद्युत उत्पादन शुरू करने को लेकर परियोजना प्रबंधन ने तैयारियां शुरू कर दी हैं।
बीते माह मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने उहल परियोजना का निरीक्षण कर 80 करोड़ रुपये का बजट उपलब्ध करवाने का भरोसा दिलाया था। इसके बाद परियोजना के पदाधिकारियों ने विद्युत उत्पादन के निर्माण कार्य में तेजी लाई है।
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