यंगवार्ता न्यूज़ - सोलन 20-06-2024
नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि यह उप चुनाव मुख्यमंत्री की तानाशाही की वजह से हो रहा है। जो भी हालत बने हैं उसके ज़िम्मेदार मुख्यमंत्री स्वयं हैं। जिस तरीके की बर्बरता उन्होंने विधायकों के साथ की उसकी वजह से केएल ठाकुर समेत अन्य विधायकों ने अपनी विधायकी से इस्तीफा दे दिया। मुख्यमंत्री ज़बरदस्ती अपनी बात मनवाना चाहते हैं। जो वह चाहें निर्दलीय विधायक हो या उनकी पार्टी के विधायक। यह ज़बरदस्ती संभव नहीं है। लोकतंत्र में विधायक अपने लोगों के हितों के साथ रहेगा मुख्यमंत्री के निजी हितों के साथ नहीं। बीते कल ही पूरे प्रदेश ने देखा कि कांग्रेस के नेता ने आरोप लगाए कि उन्हें आठ घंटे बंधक बनाकर मुख्यमंत्री ने अपनी बातें मनवाने की कोशिश की। विपक्ष सरकार की इस तानाशाही के खिलाफ शुरू से ही आवाज उठा रहा है।
नालागढ़ में विधानसभा उपचुनाव में भाजपा के प्रत्याशी केएल ठाकुर के नामांकन के बाद आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने यह बातें कही। जयराम ठाकुर ने कहा कि यह कोई पहला मामला नहीं है जब मुख्यमंत्री की तानाशाही के खिलाफ सरकार से आवाज उठी हो। इसके पहले कैबिनेट के मंत्री रोते हुए इस्तीफा देने की घटना को पूरे प्रदेश ने देखा। कैबिनेट की बैठक से एक मंत्री रोते हुए बाहर निकल रहे हैं और दूसरे मंत्री उन्हें मनाते हुए अंदर ले जा रहे हैं। विधायक से लेकर पार्टी के नेता और अध्यक्ष तक सरकार के कामकाज और विकास न करने को लेकर उंगली उठा रहे हैं। सरकार ने प्रदेश के हर वर्ग को ठगने का काम किया है। सरकार को आज पूरे प्रदेश ने नकार दिया है। 68 में से 61 सीटें भारतीय जनता पार्टी जीत गई।
मुख्यमंत्री अपने हल्के की सीट पर हार गये। इस बार के विधानसभा उपचुनाव में भाजपा सभी सीटें जीतेगी। जयराम ठाकुर ने नालागढ़ के भाजपा प्रत्याशी केएल ठाकुर के लिए वोट मांगते हुए कहा कि नालागढ़ से आप सभी भाजपा को जिताते हैं तो बहुत जल्दी ही प्रदेश को इस तानाशाही से मुक्ति मिलेगी। प्रदेश में विकास के कामों पर ताला लगाने वाली , युवाओं , महिलाओं , किसानों , बाग़ानों से धोखा करने वाली कांग्रेस सरकार भी नहीं रहेगी। प्रदेश में भाजपा की सरकार बनेगी और विकास के काम फिर उसी रफ़्तार से चलेंगे। इस मौके पर उनके साथ भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ राजीव बिंदल, पूर्व केंद्रीय मंत्री और हमीरपुर से सांसद अनुराग ठाकुर , राज्यसभा सांसद डॉ सिकंदर कुमार, शिमला के सांसद सुरेश कश्यप, पूर्व सांसद वीरेंद्र कश्यप , पूर्व विधायक परमजीत सिंह पम्मी , लखविंदर राणा समेत स्थानीय पदाधिकारी, कार्यकर्ता समेत भारी संख्या में स्थानीय लोग उपस्थित थे।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो गई है। कोर्ट परिसर के पास दिन दहाड़े गोलियां चल रही हैं। लोगों की बेरहमी से हत्या हो रही है। बच्चियां भी सुरक्षित नहीं हैं। प्रदेश में ऐसी आपराधिक घटनाएं हो रही है जिसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती है। इस तरह की घटनाओं से देवभूमि की छवि खराब हो रही है। लेकिन मुख्यमंत्री को सिर्फ़ अपनी कुर्सी बचाने से मतलब है। उनका सारा फोकस अपनी कुर्सी बचाने पाई है। प्रदेश के लोगों से उनके कोई लेना देना नहीं हैं। उन्होंने कहा कि देवभूमि के इस तरह की अराजकता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। सरकार कानून व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए प्रभावी कदम उठाए।