दो साल से सुक्खू सरकार सत्ता में हैं तो वर्तमान हालात के ज़िम्मेदार वही हैं : जयराम ठाकुर

नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस लगभग दो साल से सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व में सरकार चला रही है। लेकिन अपनी हर नाकामी का ठीकरा केंद्र सरकार और पूर्व की भाजपा की सरकार पर फोड़ते हैं। आज की वर्तमान स्थिति की जिम्मेदार सुखविंदर सिंह सुक्खू की वित्तीय नीतियां हैं जो प्रदेश के विकास और जनहितोन्मुखी न होकर मित्र हितोन्मुखी है

Sep 4, 2024 - 19:21
 0  14
दो साल से सुक्खू सरकार सत्ता में हैं तो वर्तमान हालात के ज़िम्मेदार वही हैं : जयराम ठाकुर

यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला  04-09-2024
नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस लगभग दो साल से सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व में सरकार चला रही है। लेकिन अपनी हर नाकामी का ठीकरा केंद्र सरकार और पूर्व की भाजपा की सरकार पर फोड़ते हैं। आज की वर्तमान स्थिति की जिम्मेदार सुखविंदर सिंह सुक्खू की वित्तीय नीतियां हैं जो प्रदेश के विकास और जनहितोन्मुखी न होकर मित्र हितोन्मुखी है। भाजपा ने भी पाँच साल सरकार चलाई। उस दौरान कोरोना जैसी महामारी को पूरी दुनिया ने झेला। सारी आर्थिक गतिविधियां बंद रही। लगभग दो साल चले इस दौर में भी एक भी कर्मचारी का एक बार भी वेतन देने में देरी नहीं हुई। 
आउट्स सोर्स से लेकर , पैरा वर्कर , रेगुलर और कॉन्ट्रैक्चुअल कर्मचारी हो या कोई और किसी के वेतन से एक पैसे की कटौती भी नहीं की गई। विपरीत आर्थिक हालत के बाद भी प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था को मजबूत किया गया। यह सब इसलिए हुआ कि हमारी पूर्व की सरकार ने जनहित के मुद्दों को प्रमुखता दी। इस दौरान लोगों के इलाज के लिए हिमकेयर जैसी योजनाएं प्रदेश के लोगों को समर्पित हुई। लेकिन सुक्खू सरकार ने सभी योजनाओं को बंद करना शुरू कर दिया। आज हिम केयर योजना का क्या हाल है? सहारा योजना का क्या हाल है? सामाजिक सुरक्षा पेंशन का क्या हाल है। शगुन, स्वावलंबन जैसी योजनाओं का क्या हाल है? पूर्व की भाजपा सरकार एक कल्याणकारी राज्य की तरह जनसेवा कर रही थी। 
वर्तमान सरकार के क्रियाकलाप किसी भी हाल में कल्याणकारी राज्य के कार्य नहीं कहते हैं। सरकार सिर्फ़ टैक्सेस बढ़ाने, सुविधाएं छीनने के काम में लगी है। वर्तमान वित्तीय हालत की ज़िम्मेदारी सुक्खू सरकार का वित्तीय कुप्रबंधन है, जिसका खामियाजा प्रदेश के लोग उठा रहे हैं। नेता प्रतिपक्ष ने मीडिया के सवालों के जवाब में कहा कि सदन के अंदर कंगना पर की गई टिप्पणी दुर्भाग्यपूर्ण हैं। एक महिला सांसद के ऊपर औचित्यहीन टिप्पणी करना समझ के परे हैं। जो व्यक्ति अपना पक्ष रखने के लिए सदन में उपस्थित नहीं है। उसके बारे में ऐसी टिप्पणी करना सदन की मर्यादा के आचरण के विपरीत हैं। इस टिप्पणी के लिए उन्हें माफी मांगनी चाहिए।

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow