न सैलरी आई न पेंशन , दिनभर हाथ में फोन लेकर मैसेज का इंतजार करते रहे कर्मचारी और पेंशनर 

वैसे तो अक्सर कर्मचारियों को महीने की पहली तारीख को सैलरी अकाउंट में आ जाती है , लेकिन हिमाचल प्रदेश में चल रहे आर्थिक संकट के चलते कर्मचारियों को भी इस से दो-चार होना पड़ रहा है। आलम यह है कि हिमाचल प्रदेश में पहली बार ऐसी सरकार आई है जिस सरकार में 2 तारीख तक भी कर्मचारी और पेंशनरों को वेतन और पेंशन की अदायगी नहीं हो पाई है

Sep 2, 2024 - 20:03
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न सैलरी आई न पेंशन , दिनभर हाथ में फोन लेकर मैसेज का इंतजार करते रहे कर्मचारी और पेंशनर 
यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला  02-09-2024
वैसे तो अक्सर कर्मचारियों को महीने की पहली तारीख को सैलरी अकाउंट में आ जाती है , लेकिन हिमाचल प्रदेश में चल रहे आर्थिक संकट के चलते कर्मचारियों को भी इस से दो-चार होना पड़ रहा है। आलम यह है कि हिमाचल प्रदेश में पहली बार ऐसी सरकार आई है जिस सरकार में 2 तारीख तक भी कर्मचारी और पेंशनरों को वेतन और पेंशन की अदायगी नहीं हो पाई है। गौर हो कि सरकारी कर्मचारियों को अक्सर महीने पहली तारीख को वेतन खाते में आ जाता था , लेकिन सितंबर महीने में 2 तारीख को भी कर्मचारियों को शाम को 5:00 बजे तक किसी के भी अकाउंट में वेतन नहीं आया। 
यही हाल पेंशनरों का भी है पेंशनरों को भी सोमवार यानी 2 सितंबर तक पेंशन की अदायगी नहीं हो पाई है। हिमाचल प्रदेश में सरकारी क्षेत्र में कार्यरत करीब ढाई लाख कर्मचारी पहली तारीख को अपने वेतन का इंतजार करते हैं , लेकिन 2 तारीख हो जाने के बाद भी कर्मचारियों को वेतन उनके खाते में नहीं आया , जिसके चलते कर्मचारियों की आर्थिक स्थिति बिगड़ गई है। कुछ कर्मचारियों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि हिमाचल प्रदेश के इतिहास में पहली मर्तबा ऐसा हुआ है कि कर्मचारियों को 2 तारीख तक भी वेतन नहीं आया है कर्मचारियों का कहना है कि 90 प्रतिशत से अधिक कर्मचारियों द्वारा बैंकों से लोन लिया होता है। 
जिसकी किस्त महीने की पहली तारीख को ही डेबिट हो जाती है , लेकिन इस मर्तबा वेतन न मिलने के कारण कर्मचारियों को अब लोन की किस्त की पेनल्टी भरनी पड़ेगी , क्योंकि पहली तारीख को ही कर्मचारियों के खाते से ऑटोमेटिक लोन की किस्त कट जाती है। इस बार 2 तारीख हो गए हैं लेकिन सैलरी नहीं डली है जिसके चलते हिमाचल प्रदेश के लाखों कर्मचारियों को अब बैंक के लोन की पेनल्टी भरनी पड़ेगी।  कर्मचारियों का कहना है कि जहां कर्मचारियों का 12% डीए से लंबित है , वही कर्मचारियों का एरियर भी पिछले लंबे समय से सरकार नहीं दे पाई है। 
दूसरी और हिमाचल प्रदेश सरकार ने पहले ही हाथ खड़े कर दिए हैं कि हिमाचल प्रदेश में आर्थिक संकट चल रहा है जिसके चलते  2 तारीख को कर्मचारियों का वेतन नहीं मिल  पाया। उधर नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर का कहना है कि हिमाचल प्रदेश के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है जब प्रदेश की सरकार कर्मचारियों का वेतन नहीं दे पाई है। यही नहीं हिमाचल प्रदेश के कांग्रेस सरकार द्वारा पेंशनरों की देनदारियां भी रोक की गई है। जयराम ठाकुर ने बताया कि हिमाचल प्रदेश इस समय आर्थिक दिवालियापन की कगार पर है। 

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