प्रदेश में सात साल बाद दोबारा डिटेंशन पॉलिसी लागू,जिसके लागू होते ही 762 विद्यार्थी हुए फेल
हिमाचल में डिटेंशन पॉलिसी लागू होते ही 762 विद्यार्थी फेल हो गए हैं। ग्रीष्मकालीन स्कूलों में पांचवीं के 183 और आठवीं कक्षा के 579 विद्यार्थी दूसरी बार हुई परीक्षा में भी पास नहीं हुए। सात साल बाद प्रदेश में दोबारा पॉलिसी लागू

यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला 19-06-2025
हिमाचल में डिटेंशन पॉलिसी लागू होते ही 762 विद्यार्थी फेल हो गए हैं। ग्रीष्मकालीन स्कूलों में पांचवीं के 183 और आठवीं कक्षा के 579 विद्यार्थी दूसरी बार हुई परीक्षा में भी पास नहीं हुए। सात साल बाद प्रदेश में दोबारा पॉलिसी लागू हुई है। परीक्षा पास करने के लिए न्यूनतम अंक प्राप्त करना अनिवार्य कर दिया गया है।
मुख्य परीक्षा में पास होने लायक अंक प्राप्त नहीं होने की स्थिति में विद्यार्थियों की एक माह बाद दोबारा से परीक्षा होती है। इस परीक्षा में भी जो बच्चे पास नहीं होते हैं, उन्हें पुरानी कक्षा में ही रोक दिया जाता है। पहले आठवीं कक्षा तक विद्यार्थी फेल नहीं होते थे।
ग्रीष्मकालीन स्कूलों में मार्च 2025 में हुई वार्षिक परीक्षाओं से इस व्यवस्था को शुरू किया गया है। शीतकालीन स्कूलों में दिसंबर 2025 में होने वाली दोनों कक्षाओं की परीक्षाओं में नई व्यवस्था लागू होगी।
दिसंबर 2024 में केंद्र सरकार ने निशुल्क और अनिवार्य बाल शिक्षा अधिकार अधिनियम में संशोधन किया था। केंद्र के फैसले के बाद नो डिटेंशन पॉलिसी को हिमाचल सरकार ने भी बंद कर दिया है। देश में नो डिटेंशन पॉलिसी का फैसला लागू होने के बाद से हिमाचल इसका विरोध कर रहा है।
साल 2019 में हिमाचल सरकार ने पांचवीं और आठवीं कक्षा में बिना परीक्षा पास किए बच्चों को पास नहीं करने का फैसला लिया था, लेकिन इस फैसले को सख्ती से लागू नहीं किया। अब कांग्रेस सरकार ने शिक्षा गुणवत्ता बनाए रखने के लिए नो डिटेंशन पाॅलिसी को समाप्त कर दिया है।
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