मानसून में अब तक 62 लोगो की मौत, 40 लापता,70 हजार लोगो को सिविल डिफैंस का प्रशिक्षण देगी सरकार : नरेश चौहान
हिमाचल प्रदेश में मानसून में भारी नुकसान देखने को मिल रहा है जगह-जगह बादल फटने की घटनाएं सामने आ रही है। अब तक मानसून में 62 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 40 लोग अभी भी लापता है लगा तो लोगों को ढूंढने के लिए एसडीआरएफ और एनडीआरएफ द्वारा सर्च अभियान चलाया गया

यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला 03-07-2025
हिमाचल प्रदेश में मानसून में भारी नुकसान देखने को मिल रहा है जगह-जगह बादल फटने की घटनाएं सामने आ रही है। अब तक मानसून में 62 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 40 लोग अभी भी लापता है लगा तो लोगों को ढूंढने के लिए एसडीआरएफ और एनडीआरएफ द्वारा सर्च अभियान चलाया गया है इसमें ज्यादातर मंडी जिला में बादल फटने से लोग लापता है।
मुख्यमंत्री के मीडिया एडवाइजर नरेश चौहान ने कहा कि मानसून शुरू होते हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश का दौर शुरू हो गया था और जगह-जगह बादल फटने की घटना ही सामने आई जिसमें जान माल का काफी नुकसान हुआ है अब तक 62 लोगों की मौत इस मानसून में जा चुकी है जबकि 40 लोग लापता है सबसे ज्यादा नुकसान मंडी जिला में देखने को मिला है।
प्रदेश सरकार द्वारा राहत बचाव कार्य प्राथमिकता पर किया जा रहा है और मुख्यमंत्री भी आपदा क्षेत्र का दौरा कर रहे हैं और राहत सामग्री दी जा रही है उन्होंने कहा कि आपदा को देख देखते हुए लोग निर्माण विभाग जल शक्ति विभाग और विभाग के कर्मचारियों की छुट्टियां भी रात कर दी गई है। हिमाचल प्रदेश के करीब 70 हजार लोगों को सिविल डिफैंस का प्रशिक्षण दिया जाएगा।
यह राज्य की कुल आबादी का एक फीसदी है। केंद्र सरकार ने समूचे हिमाचल को सिविल डिफैंस टाऊन घोषित किया है। इसके तहत एक फीसदी आबादी को सिविल डिफैंस वालंटियर्स का प्रशिक्षण मिलेगा। प्रशिक्षित सिविल डिफैंस वालंटियर्स साल दर साल आपदाओं से जूझ रहे हिमाचल में मददगार साबित होंगे।
राजस्व विभाग ने प्रदेश की 3600 से अधिक पंचायतों में 28 हजार वालंटियर्स को प्रशिक्षित किया है। इनका कार्य सर्च एंड रैस्क्यू का है। उन्होंने कहा कि आपदा के बाद एसडीआरएफ और एनडीआरएफ के पहुंचने में समय लगता है ऐसे में लोग मौके पर उनकी मदद कर सके । इस मकसद से उन्हें प्रशिक्षित किया जा रहा है।
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