यंगवार्ता न्यूज़ - ऊना 23-12-2025
उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि हरोली विधानसभा क्षेत्र आज निर्णायक विकास की दिशा में तेज़ी से आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि वर्तमान आवश्यकताओं की पूर्ति के साथ-साथ भविष्य और आने वाली पीढ़ियों को ध्यान में रखते हुए क्षेत्र का योजनाबद्ध और संतुलित विकास किया जा रहा है। वे मंगलवार को हरोली विधानसभा क्षेत्र के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला पालकवाह के वार्षिक पुरस्कार वितरण समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित जनसमूह को संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम पालकवाह स्थित स्किल डेवलपमेंट सेंटर के ऑडिटोरियम में आयोजित किया गया। इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री ने अकादमिक, खेलकूद एवं सांस्कृतिक गतिविधियों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को सम्मानित किया। उपमुख्यमंत्री ने विद्यार्थियों की सांस्कृतिक प्रस्तुतियों की सराहना करते हुए 31 हजार रुपये प्रदान करने की घोषणा की। उन्होंने स्कूल स्टेज एवं शेड निर्माण की मांग पर संबंधित विभाग को प्राक्कलन तैयार करने के निर्देश देते हुए आश्वस्त किया कि इसके लिए आवश्यक धनराशि उपलब्ध करवाई जाएगी। अग्निहोत्री ने कहा कि हरोली में शिक्षा के क्षेत्र में अभूतपूर्व परिवर्तन आया है। एक समय शिक्षा के लिहाज से पिछड़ा माना जाने वाला यह क्षेत्र आज शैक्षणिक उत्कृष्टता का उदाहरण बन चुका है।
उन्होंने कहा कि जिन घरों में कभी निरक्षरता थी, आज वहीं की बेटियां डॉक्टर, वकील, न्यायाधीश और प्रशासनिक सेवाओं में अपनी सेवाएं दे रही हैं। बढ़ेड़ा लॉ कॉलेज से निकले विद्यार्थी सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचे हैं, जबकि नर्सिंग संस्थानों की छात्राएं देश के नामी अस्पतालों में सेवाएं दे रही हैं। उन्होंने बताया कि 150 करोड़ रुपये की लागत से स्थापित आईआईआईटी आज एक प्रतिष्ठित संस्थान के रूप में उभर चुका है, जहां देशभर से विद्यार्थी अध्ययन के लिए आ रहे हैं। सलोह स्थित केंद्रीय विद्यालय में प्रवेश के लिए प्रतिस्पर्धा रहती है। पंडोगा और पूबोवाल में आईटीआई, हरोली, खड्ड और बीटन में कॉलेजों की स्थापना के साथ-साथ आधुनिक ऑडिटोरियम एवं खेल परिसरों का निर्माण किया गया है। उन्होंने कहा कि अब विधानसभा क्षेत्र में आयुर्वेदिक कॉलेज खोलने की दिशा में भी कार्य किया जा रहा है। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि हरोली क्षेत्र में कनेक्टिविटी के शेष मिसिंग लिंक को जोड़ने के लिए 11 पुलों के निर्माण के लिए 132 करोड़ रुपये के काम किए जा रहे हैं।
इनमें 1.74 करोड़ रुपये की लागत से चंदपुर पुल, 1-1 करोड़ रुपये से ईसपुर-डेरा बाबा भर्तृहरि दमामियां खड्ड पुल, 1.60 करोड़ रुपये से गोंदपुर जयचंद खड्ड पुल, 3.82 करोड़ रुपये से चंदपुर खड्ड पुल, 4.64 करोड़ रुपये से हरोली खड्ड पुल, 8.74 करोड़ रुपये से बढ़ेड़ा खड्ड पुल, 15.04 करोड़ रुपये से कांगड़ खड्ड पुल तथा 6.24 करोड़ रुपये से पालकवाह खड्ड पुल शामिल हैं। इसके अतिरिक्त झलेड़ा-घालूवाल पुल को डबल लेन करने के लिए 37 करोड़ रुपये व्यय किए जाएंगे, जबकि 50 करोड़ रुपये की लागत से पंडोगा-त्यूड़ी पुल का निर्माण कार्य प्रगति पर है। उन्होंने बताया कि जेजों मोड़ से टाहलीवाल चौक वाया भाई का मोड़ लिंक रोड के स्तरोन्नयन के लिए 48.69 करोड़ रुपये की स्वीकृति केंद्रीय सड़क एवं अवसंरचना निधि के तहत मिली है। इस परियोजना के अंतर्गत 17.50 किलोमीटर सड़क का उन्नयन तथा पालकवाह, कांगड़ और बढ़ेड़ा में तीन पुलों का निर्माण शामिल है।
उपमुख्यमंत्री ने बताया कि एमसीएडी कंपोनेंट के तहत हरोली विधानसभा क्षेत्र के लिए 100 करोड़ रुपये की नई पेयजल एवं सिंचाई योजना स्वीकृत की गई है। इसके तहत क्षेत्र को टाहलीवाल, हरोली और खड्ड, तीन क्लस्टरों में विभाजित कर आधुनिक तकनीक के माध्यम से जल प्रबंधन को सुदृढ़ किया जाएगा। उन्होंने कहा कि योजनाबद्ध प्रयासों के परिणामस्वरूप हरोली का बीत क्षेत्र, जो कभी जल संकट से जूझता था, आज पेयजल एवं सिंचाई दोनों सुविधाओं से संपन्न होकर नकदी फसलों का प्रमुख केंद्र बन चुका है। उन्होंने बताया कि पोलियां में 50 लाख लीटर तथा दुलैहड़ में 25 लाख लीटर क्षमता के जल भंडारण टैंक तैयार किए गए हैं। अमराली में 25 मीटर ऊंचाई पर 25 लाख लीटर क्षमता का टैंक निर्माणाधीन है, जिसके नीचे कॉफी हाउस जैसी सुविधा विकसित की जाएगी। यह 24 करोड़ रुपये की परियोजना है। अग्निहोत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार चिट्टे जैसे घातक नशे के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति पर कार्य कर रही है।
नशा तस्करों की संपत्तियां जब्त की जाएँगी और उनके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। उन्होंने अभिभावकों से बच्चों की गतिविधियों एवं मोबाइल उपयोग पर सतर्क नजर रखने की अपील की। उपमुख्यमंत्री ने स्पष्ट कहा कि विकास में बाधा डालने वाले चाहे जितना भी प्रयास कर लें, हरोली में विकास कार्य रुकने वाले नहीं हैं। यह जनता के साथ किया गया संकल्प है। उन्होंने कहा कि बल्क ड्रग पार्क परियोजना से हरोली का बीत क्षेत्र अंतरराष्ट्रीय मानचित्र पर अपनी पहचान बनाएगा। दो हजार करोड़ रुपये से अधिक की यह परियोजना देश की तीन प्रमुख परियोजनाओं में शामिल है। कुछ लोगों ने इसमें अड़ंगा लगाने की कोशिश की, लेकिन परियोजना के लिए पर्यावरण स्वीकृति प्राप्त कर ली गई है और इसके तहत लगभग 1,000 करोड़ रुपये के टेंडर लगाए जा चुके हैं।