NGT के आदेशों पर कार्रवाई करने की माँग,सामजसेवी नाथूराम चौहान ने जिला प्रशासन से की मांग
समाजसेवी और आम आदमी पार्टी के नेता नाथूराम चौहान ने कहा है कि एनजीटी के निर्देशों के मुताबिक सिरमौर जिला प्रशासन ने यदि दो दिनों के भीतर राष्ट्रीय राजमार्ग 707 पर निर्माण कार्य के दौरान क्षतिग्रस्त हुए पेयजल स्रोतों की बहाली का कार्य शुरू नही करवाया तो वह सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे
एनजीटी ने पेयजल स्रोतों को बहाल करने के दिए है निर्देश,
यंगवार्ता न्यूज़ - नाहन 01-08-2024
समाजसेवी और आम आदमी पार्टी के नेता नाथूराम चौहान ने कहा है कि एनजीटी के निर्देशों के मुताबिक सिरमौर जिला प्रशासन ने यदि दो दिनों के भीतर राष्ट्रीय राजमार्ग 707 पर निर्माण कार्य के दौरान क्षतिग्रस्त हुए पेयजल स्रोतों की बहाली का कार्य शुरू नही करवाया तो वह सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे। नाथूराम चौहान नाहन में आज पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे ।
नाथूराम चौहान ने कहा कि हाल में एनजीटी के निर्देशों के बाद यहां पहुंची हाई पावर कमेटी ने जो रिपोर्ट NGT को सौंपी गई है उसमें साफ तौर पर यह कहा गया है कि निर्माण कार्य के दौरान अवैध डंपिंग हुई है जिससे पेजयल स्त्रोत बड़ी मात्रा में समाप्त हुए है साथ ही हजारों पेड़ों की भी बलि चढ़ाई गई है।
उन्होंने कहा कि एनजीटी ने अपने आदेशों में कहा है कि जल्द से जल्द बंद हुए पेयजल स्रोतों को बहाल किया जाए ऐसे में यदि एनजीटी के आदेशों को स्थानीय प्रशासन में अमल में नहीं लाया तो वह इस मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट जाएंगे। मामले को लेकर उन्होंने डीसी सिरमौर को भी पत्र लिखा है।
नाथूराम चौहान ने कहा कि NH 707 निर्माण कार्य में भारी अनियमितताएं बढ़ती गई है जिससे पर्यावरण को बड़ा नुकसान यहां पर पहुंचा है। उन्होंने कहा कि मनमानी करते हुए निर्माण कार्यों में जुटी कंपनियों द्वारा अवैध तरीके से डंपिंग की गई। उन्होंने आरोप लगाया कि नेशनल हाईवे 707 में निर्माण कार्यों के दौरान अवैध तरीके से अभी भी डंपिंग की जा रही है और अवैज्ञानिक तरीके से कटिंग की जा रही है।
गौर हो की समाजसेवी नाथूराम चौहान ने एनजीटी के सामने मामला उठाया था और आरोप लगाए थे कि NH 707 विस्तारीकरण कार्य के दौरान पर्यावरण को बड़ा नुकसान पहुंचाया जा रहा है जिसके बाद मामले में एनजीटी ने दखल दी थी।
What's Your Reaction?