यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला 20-10-2024
भारतीय जनता पाटी संगठनात्मक जिला महासु के पूर्व जिलाध्यक्ष एवं भाजपा के प्रत्याशी रहे अजय श्याम , रोहड़ू से कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक की पूर्व चेयरमैन शशि बाला और रामपुर विधानसभा से भाजपा प्रत्याशी रहे कौन नेगी ने शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि जब भाजपा प्रदेश प्रवक्ता चेतन बरागटा ने जुब्बल कोटखाई सहित पूरा जिला शिमला लाॅ एंड आर्डर पर चिंता व्यक्त की और उनके विधानसभा में हो रही अप्रिय घटनाओं को उजागर किया तो शिक्षा मंत्री ने अपनी संकीर्ण सोच का परिचय देते हुए अपने बचाव में 2017 में कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में हुई गुड़िया मामले के दबे जख्मो को कुरेदने का काम किया है।
बताते चले कि उस समय कोटखाई थाने में जांच के दौरान नेपाली मूल के व्यक्ति की हत्या पुलिस कस्टडी में हो गई थी। जिसके बाद ये मामला पूरे प्रदेश में उजागर हो गया और पार्टी लाइन से हटकर सभी लोगो ने सामूहिक रूप से गुड़िया को न्याय दिलाने की सरकार से गुहार लगाई। शायद ये सारी बातें शिक्षा मंत्री भूल गए , क्योंकि उस समय भी कांग्रेस की सरकार सत्ता में होने के बावजूद मंत्री ने इस मामले से दूरी बनाए रखी थी। भाजपा नेताओं ने कहा कि अच्छा होता शिक्षा मंत्री भाजपा प्रदेश प्रवक्ता चेतन पर ओछी टिप्पणी करने के बजाए उनके द्वारा जुब्बल-कोटखाई विधानसभा क्षेत्र में हो रही अप्रिय घटनाओं पर संज्ञान लेते और दोषियों पर कार्यवाही करने में सहयोग करते।
पूर्व चेयरमैन , रोहड़ू से भाजपा प्रत्याशी रही शशी बाला ने कहा कि शिक्षा मंत्री का द्वारा चेतन बरागटा की तुलना महिला सांसद कंगना रनौत से करना, उनकी संकुचित सोच को दर्शाता है। कांग्रेस काल में प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है, जिसका प्रभाव जिला शिमला में भी नज़र आ रहा है। भाजपा नेताओं ने शिक्षा मंत्री से मांग की है कि उन्होंने गुड़िया जैसे असंवेदनशील मामले का जिक्र करे तथा सांसद कंगना रनौत के खिलाफ अभद्र टिप्पणी कर जन भावनाओं को आहत किया है। जिसके लिए शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर को प्रदेश की जनता से माफी मांगनी चाहिए।