जनप्रतिनिधि निक्षय मित्र के तौर पर समाज में करें कार्य : रोहित ठाकुर

राष्ट्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग शिमला की ओर से जन जन का रखे ध्यान, टीबी मुक्त भारत अभियान तहत जिला स्तरीय 100 दिवसीय निक्षय शिविर अभियान का शुभारंभ बचत भवन में विशेष कार्यक्रम के दौरान किया गया। इस कार्यक्रम में शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की। उन्होंने अभियान को पोस्टर जारी करके शुभारंभ किया। मुख्य अतिथि ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि टीबी जैसे बीमारी से डरने की जरूरत नहीं है

Dec 9, 2024 - 17:41
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जनप्रतिनिधि निक्षय मित्र के तौर पर समाज में करें कार्य : रोहित ठाकुर

यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला  09-12-2024

राष्ट्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग शिमला की ओर से जन जन का रखे ध्यान, टीबी मुक्त भारत अभियान तहत जिला स्तरीय 100 दिवसीय निक्षय शिविर अभियान का शुभारंभ बचत भवन में विशेष कार्यक्रम के दौरान किया गया। इस कार्यक्रम में शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की। उन्होंने अभियान को पोस्टर जारी करके शुभारंभ किया। मुख्य अतिथि ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि टीबी जैसे बीमारी से डरने की जरूरत नहीं है। बल्कि सतर्क और बेहतरीन समझ की जरूरत है। इस बीमारी का इलाज संभव है। स्वास्थ्य विभाग के प्रयासों से टीबी को हरा कर लोग नई जिंदगी जी रहे है। उन्होंने कहा कि धीरे धीरे टीबी के मरीजों की संख्या में काफी कमी आने लगी है। लेकिन अभी तक पूरी तरह से बीमारी जड़ से समाप्त नहीं हुई है।
उन्होंने कहा कि 100 दिवसीय निक्षय शिविर अभियान समाज को नई दिशा देगा । उन्होंने समस्त जनता से अपील करते हुए कहा कि इस अभियान के बारे में अधिक से अधिक लोगों को जागरूक करें । उन्होंने कहा जन प्रतिनिधि निक्षय मित्र के तौर पर समाज में कार्य करेंगे तो काफी तीव्रता से सकारात्मक परिणाम आने लगंेगे। उन्होंने कहा कि पोर्टेबल एक्सरे मशीन जिला के लिए मुहैया करवाने का मामला मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री के समक्ष उठाया जाएगा। उन्होंने टीबी मुक्त पंचायतों को बेहतरीन कार्य करने पर बधाई दी और कहा जिला की अन्य पंचायतें भी इसी तरह टीबी मुक्त बनें। एडीएम प्रोटोकॉल ज्योति राणा ने कहा कि टीबी के प्रति लोग सजग रहे। टीबी के लक्षण आने पर अस्पताल में पहुंच कर इलाज करवाएं। टीबी से ग्रसित मरीजों से दूर नहीं बल्कि उनकी देखभाल करते हुए उनका हौंसला बढ़ाना चाहिए। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा राकेश प्रताप ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि इस अभियान के तहत उन क्षेत्रों को चयन किया जाएगा जहां पर टीबी संक्रमण के अधिक मामले आते है।
इसके बाद संवेदनशील क्षेत्रों में लोगों को एक्सरे किया जाएगा। मरीजों की पहचान करने के बाद उनका उपचार किया जाएगा। इस अभियान में नि क्षय वाहन भी जिला भर में चलाया जाएगा। इस वाहन के माध्यम से लोगों को चैकअप और टीबी के बारे में प्रचार प्रसार किया जाएगा। कार्यक्रम में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ राकेश प्रताप ने मुख्यातिथि को शॉल टोपी और स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया। वहीं एडीएम प्रोटोकॉल ज्योति राणा को जिला क्षय अधिकारी विनीत लखनपाल ने शॉल भेंट कर सम्मानित किया। जिला क्षय अधिकारी विनीत लखनपाल ने कार्यक्रम में जानकारी देते हुए बताया कि वर्ष 2023 दुनिया में 1.6 करोड़ टीबी के मरीज है। जबकि भरत में 28.2 लाख मरीज है। वहीं हिमाचल में 15916 मरीज है। शिमला जिला में टीबी के 1723 मरीज है। टीबी के कारण दुनिया में बीते वर्ष 11 लाख लोगों की मौत हुई। जबकि भारत में 3.3 लाख, हिमाचल प्रदेश में 904 और शिमला में 110 लोगों की मौत हुई है। उन्होंने कहा कि देश के प्रधानमंत्री ने 2018 में टीबी मुक्त भारत अभियान की शुरुआत की थी।
इसके तहत 2025 तक भारत को टीबी मुक्त बनाने का लक्ष्य तय किया गया है। जिला क्षय अधिकारी ने विस्तृत टीबी के लक्षणों, रोकथाम, उपचार के बारे में जानकारी रखी। मुख्य अतिथि ने पांच टीबी चैम्पियन को भी सम्मानित किया। इनमें निर्मला देवी, सौरव रत्न , डिंपल, निशा और दीपिका शामिल थे। इन्होंने कार्यक्रम में अपने अनुभव को भी साझा किया। कार्यक्रम में टीबी मुक्त भारत अभियान के तहत केमिस्ट कपिल शर्मा और महेश बिष्ट को सम्मानित किया गया। लाॅयन क्लब शिमला के निक्षय मित्र को टीबी मरीजों को फूड बास्केट देने के लिए अर्जुन कुमार, रक्षा, आशु भंडारी, आंचल भंडारी और कमला राम को भी सम्मानित किया गया। निक्षय मित्र के तौर पर शिव दयाल रोशन लाल और लाॅयन क्लब शिमला को मुख्य अतिथि ने सम्मानित किया। वर्ष 2023 के लिए 133 ग्राम पंचायतें टीबी मुक्त घोषित की गई है। इन्हें मुख्यातिथि शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने स्मृति चिन्ह और सर्टिफिकेट देकर सम्मानित किया।

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