प्रदेश में पोषक तत्वों की कमी से जूझ रहे लोगों के लिए वरदान साबित हो रहा बी पॉलन फूल
देश सहित प्रदेश में पोषक तत्वों की कमी से जूझ रहे लोगों के लिए बी पॉलन यानी फूलों के परागकण किसी वरदान से कम नहीं हैं। मंडी के इंदिरा मार्केट की छत्त पर लगे सरस मेले में बी पाॅलन हाथोंहाथ बिक रहा
यंगवार्ता न्यूज़ - मंडी 18-03-2024
देश सहित प्रदेश में पोषक तत्वों की कमी से जूझ रहे लोगों के लिए बी पॉलन यानी फूलों के परागकण किसी वरदान से कम नहीं हैं। मंडी के इंदिरा मार्केट की छत्त पर लगे सरस मेले में बी पाॅलन हाथोंहाथ बिक रहा है।
इसके साथ ही यहां देसी शहद भी मिल रहा है। मुधमक्खियां शहद के अलावा एक और उत्पाद बी पॉलन भी तैयार करती हैं। यह शहद से कई गुना महंगा होता है। बी पॉलन फूलों के परागकणों के ढेर को कहा जाता है। जब मधुमक्खी फूलों से रस एकत्रित करती है तो उसी दौरान उसके पैरों पर परागकण लग जाते हैं।
जब यह मधुमक्खी वापस छत्ते पर आती हैं तो उससे पहले पॉलन गेट लगा दिया जाता है, जिससे गुजरने की जगह बहुत ही कम होती है। जब मधुमक्खी उस गेट से गुजरने का प्रयास करती हैं तो उसके पैरों चिपके परागकण नीचे गिर जाते हैं।
बी पॉलन से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है और लीवर का उपचार होता है। मांसपेशियों को मजबूती मिलती है। वजन कम करने में मदद करता है। जले हुए घावों को ठीक करने के अलावा शरीर में ट्यूमर को फैलने से रोकता है।
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