भारत की प्राचीन संस्कृति और परंपरा में है वैश्विक संकटों का समाधान , शांति की राह दिखाने की उम्मीद कर रहा विश्व : पीएम 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि वैश्विक संकटों व संघर्षों का समाधान भारत की प्राचीन संस्कृति और परंपरा में है। रविवार को नई दिल्ली के प्रगति मैदान स्थित भारत मंडपम में 2550वें भगवान महावीर निर्वाण महोत्सव के उद्घाटन अवसर पर उन्होंने यह बात कही। पीएम ने इस अवसर पर स्मारक डाक टिकट और एक सिक्का जारी कर लोगों को संबोधित किया। मोदी ने योग और आयुर्वेद, लोकसभा चुनाव का भी इस दौरान जिक्र किया

Apr 21, 2024 - 19:41
Apr 21, 2024 - 19:58
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भारत की प्राचीन संस्कृति और परंपरा में है वैश्विक संकटों का समाधान , शांति की राह दिखाने की उम्मीद कर रहा विश्व : पीएम 
 
न्यूज़ एजेंसी - नई दिल्ली  21-04-2024
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि वैश्विक संकटों व संघर्षों का समाधान भारत की प्राचीन संस्कृति और परंपरा में है। रविवार को नई दिल्ली के प्रगति मैदान स्थित भारत मंडपम में 2550वें भगवान महावीर निर्वाण महोत्सव के उद्घाटन अवसर पर उन्होंने यह बात कही। पीएम ने इस अवसर पर स्मारक डाक टिकट और एक सिक्का जारी कर लोगों को संबोधित किया। मोदी ने योग और आयुर्वेद, लोकसभा चुनाव का भी इस दौरान जिक्र किया। 
वहीं पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार पर तंज कसा। पीएम ने कहा कि हमारा देश दुनिया के सामने मौजूद समस्याओं के हल के तौर पर सच्चाई और अहिंसा के मंत्रों को आत्मविश्वास के साथ पेश कर रहा है और भारत की सांस्कृतिक छवि इसमें अहम भूमिका निभा रही है। यही कारण है कि आज संघर्षों में फंसी दुनिया भारत से शांति की राह दिखाने की उम्मीद कर रही है। उन्होंने बताया कि भारत की इस नई भूमिका का श्रेय हमारी बढ़ती क्षमता और विदेश नीति को दिया जा रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि हम वैश्विक मंचों पर दुनिया को दृढ़ विश्वास के साथ बताते हैं कि वैश्विक संकटों व संघर्षों का समाधान भारत की प्राचीन संस्कृति और परंपरा में है। 
उन्होंने कहा कि वैश्विक संघर्षों के समय में तीर्थंकरों, श्रद्धेय आध्यात्मिक जैन गुरुओं की शिक्षाएं और भी अधिक प्रासंगिक हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि भगवान महावीर का यह 2,550वां निर्वाण महोत्सव हजारों वर्ष का एक दुर्लभ अवसर है। ऐसे अवसर कई विशेष संयोगों को भी जोड़ते हैं। ये वो समय है, जब भारत अमृतकाल के शुरुआती दौर में है। देश आजादी के शताब्दी वर्ष को स्वर्णिम शताब्दी बनाने के लिए काम कर रहा है। पीएम ने जोर देकर कहा, अमृत काल का विचार न केवल एक संकल्प है, बल्कि भारत की आध्यात्मिक प्रेरणा है। पीएम ने महावीर जयंती पर देशवासियों को बधाई भी दी। 
उन्होंने कहा, मैं महावीर जयंती के इस शुभ अवसर पर सभी देशवासियों को शुभकामनाएं देता हूं। मोदी ने कहा, चुनाव के कठिन समय में ऐसे पवित्र कार्यक्रम में शामिल होना मन को शांति दे रहा है। पीएम ने बताया कि भारत न केवल सबसे पुरानी जीवित सभ्यता है बल्कि मानवता के लिए एक सुरक्षित आश्रय स्थल भी है। भगवान महावीर का शांति, करुणा और बंधुत्व का संदेश सभी के लिए महान प्रेरणा का स्रोत है। 
प्रधानमंत्री ने पूर्ववर्ती संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि उनकी सरकार ने 2014 में सत्ता में आने पर ऐसे समय में विरासत के साथ-साथ भौतिक विकास को बढ़ावा देने पर जोर दिया जब देश निराशा में डूबा था। लोकसभा चुनाव का जिक्र करते हुए पीएम ने कहा कि लोकतंत्र का बड़ा उत्सव जारी है और देश का मानना है कि यहां से भविष्य की नई यात्रा भी शुरू होगी। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार योग और आयुर्वेद जैसी भारतीय विरासत को बढ़ावा दे रही है। मोदी ने कहा, देश की नई पीढ़ी अब मानती है कि स्वाभिमान ही उसकी पहचान है।

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