शिमला में बनेगा प्रदेश का पहला संग्रहालय, फोटो गैलरी से बताया जाएगा मौसम विभाग का इतिहास

राजधानी में प्रदेश का पहला संग्रहालय बनाया जा रहा है। यह स्कैंडल प्वाइंट के समीप स्थित यंग वुमन क्रिश्चियन एसोसिएशन (वाईडब्लूसीए) के भवन की ऊपरी मंजिल में बनेगा। यहां पर फोटो गैलरी के माध्यम से मौसम विभाग का इतिहास बताया जाएगा।

Mar 9, 2024 - 13:48
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शिमला में बनेगा प्रदेश का पहला संग्रहालय, फोटो गैलरी से बताया जाएगा मौसम विभाग का इतिहास

यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला     09-03-2024

मौसम विज्ञान केंद्र शिमला की ओर से राजधानी में प्रदेश का पहला संग्रहालय बनाया जा रहा है। यह स्कैंडल प्वाइंट के समीप स्थित यंग वुमन क्रिश्चियन एसोसिएशन (वाईडब्लूसीए) के भवन की ऊपरी मंजिल में बनेगा। यहां पर फोटो गैलरी के माध्यम से मौसम विभाग का इतिहास बताया जाएगा। 

इसमें दिखाया जाएगा कि 1875 में भारत मौसम विज्ञान विभाग की स्थापना कैसे हुई थी। उस जमाने में किस तरीके से मौसम की जांच की जाती थी। यह सैलानियों और स्थानीय लोगों के लिए भी खोला जाएगा। 

इसमें विभाग के पहले मौसम विज्ञान संवाददाता हेनरी फ्रांसिस ब्लैनफर्ड और दूसरे संवाददाता रुचि राम साहनी सहित विभाग के अन्य वरिष्ठ संवाददाताओं के कार्यों और उनसे जुड़ी यादों के बारे में बताया जाएगा।  

विभाग की ओर से बनाए जाने वाले इस संग्रहालय में फोटो गैलरी के अलावा एक ऑटोमेटिक वेदर सिस्टम भी लगाया जाएगा। यह हर 15 मिनट बाद मॉल रोड सहित आसपास के क्षेत्रों का मौसम का हाल बताता रहेगा। इससे मौसम की प्रतिकूल परिस्थितियों में समय पर उचित कदम उठाने में मदद मिलेगी। प्रदेश भर में 27 ऑटोमेटिक वेदर सिस्टम लगाए गए हैं। 

शिमला के बैमलोई के समीप सीपीआरआई के कार्यालय में भी यह लगाया गया है। ऑटोमेटिक वेदर सिस्टम मौसम विज्ञानियों को वर्षा, तूफान या गंभीर मौसम के बारे में सचेत करेगा, जिससे सुरक्षा उपायों को पहले से ही अपनाने में मदद मिलेगी।

   

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