यंगवार्ता न्यूज़ - नाहन 03-02-2025
छात्रों को अंतरराज्यीय जीवन का अनुभव (Students experience in inter state living) टूर हिमाचल प्रदेश समन्वयक अंकुश वर्मा ने बयान जारी करते हुए कहा कि पूर्वात्तर भारत से हिमाचल पहुंचे छात्रों ने आज विधानसभा , दूरदर्शन केंद्र शिमला एवं रिज मैदान शिमला का भ्रमण किया। विधानसभा के अंदर दूरदर्शन केंद्र के अंदर एवं रिज मैदान शिमला के अंदर गाइड द्वारा पूर्वोत्तर भारत के इन सभी जगह के इतिहास के बारे में बताया गया और इन जगहों से जुड़ी हिमाचल की संस्कृति के बारे में बताया गया। पूर्वोत्तर भारत के 32 छात्र राष्ट्रीय एकात्मता यात्रा 2025 के तहत हिमाचल प्रदेश 2 फरवरी को पहुंच चुके हैं। यह सभी प्रतिनिधि नालागढ़ असम मणिपुर अरुणाचल प्रदेश जैसे पूर्वी राज्यों से आए हैं।
पहले दिन ही इन प्रतिनिधियों द्वारा एडवांस स्टडी और स्टेट म्यूजियम चौड़ा मैदान में भ्रमण किया गया। ऐसे ही दूसरे दिन इन सभी प्रतिनिधियों द्वारा विधानसभा, दूरदर्शन केंद्र शिमला एवं रिज मैदान का भ्रमण किया गया। यह सभी प्रतिनिधि 2 तारीख से 6 तारीख तक हिमाचल प्रदेश में अलग-अलग परिवारों में रह रहे हैं। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का यह SIEL प्रकल्प वर्ष 1966 में शुरू किया गया था ताकि भारत के अंदर एकता की भावना भारत के प्रत्येक कोने - कोने में हो और इसी तरीके से पूर्वोत्तर भारत और शेष भारत के अंदर असमानताओं को खत्म करके समानता का एक कल्चरल एक्सचेंज प्रोग्राम पिछले 60 वर्षों से लगातार चलता आ रहा है। इसी के नियमित इस बार भी राष्ट्रीय एकात्मता यात्रा 2025 जो गुवाहाटी से 20 जनवरी से शुरू हुई है।
इसके निमित्त 256 छात्र अलग-अलग आठ ग्रुपों में पूरे भारत के भ्रमण के लिए निकले हैं इसके निमित ग्रुप 4 (रानी गाइडइनलिउ) का हिमाचल प्रदेश आना हुआ है जिसमें 32 छात्र जिसमें 14 छात्राएं एवं 18 छात्र पूर्वोत्तर भारत से आए हैं जो 2 से 6 फरवरी तक हिमाचल प्रदेश के शिमला में रह रहे हैं। ऐसे ही सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन भी इन सभी प्रतिनिधियों के लिए विद्यार्थी परिषद द्वारा किया गया है जो कि 6 फरवरी को शिमला रिज मैदान के गेयटी थिएटर में होगा। मुख्य अतिथि की तौर पर इस कार्यक्रम में हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में विद्यार्थी परिषद के पश्चिमी क्षेत्र उत्तर प्रदेश, क्षेत्रीय संगठन मंत्री मनोज निखरा जी रहने वाले हैं। सांस्कृतिक कार्यक्रम के माध्यम से भी पूर्वोत्तर भारत से आए इन सभी छात्र-छात्राओं को हिमाचल की संस्कृति के बारे में जानने का मौका मिलेगा।