बाहरी राज्यों में चल रहा नकली और नशीली दवाएं बनाने का अवैध कारोबार हिमाचल का नाम हो रहा बदनाम
बाहरी राज्यों में नकली और नशीली दवाएं बनाने का अवैध कारोबार चल रहा है और इसमें बदनाम हिमाचल प्रदेश हो रहा है। पिछले साल ऐसे 20 मामले सामने आ चुके हैं। इस साल अब तक ऐसे दो मामलों का पर्दाफाश हो चुका

यंगवार्ता न्यूज़ - सोलन 26-06-2025
बाहरी राज्यों में नकली और नशीली दवाएं बनाने का अवैध कारोबार चल रहा है और इसमें बदनाम हिमाचल प्रदेश हो रहा है। पिछले साल ऐसे 20 मामले सामने आ चुके हैं। इस साल अब तक ऐसे दो मामलों का पर्दाफाश हो चुका है।
दरअसल, कई ऐसी कंपनियों की दवाओं के सैंपल फेल हुए हैं, जिन पर हिमाचल का पता लिखा है लेकिन जांच में सामने आया है कि यह पता हिमाचल में है ही नहीं। देश में तैयार होने वाली 30 फीसदी दवाइयों का उत्पादन हिमाचल में हो रहा है। एशिया के सबसे बड़े फार्मा हब बद्दी में बनीं दवाइयां कई देशों में निर्यात की जा रही हैं।
प्रदेश की छवि को खराब करने के लिए यहां की नामी दवा कंपनियों के नाम पर नकली और नशीली दवाइयां बाहरी राज्यों में बन रही हैं। पिछले एक वर्ष के दौरान ऐसे 20 मामले सामने आए। इसमें 19 नकली और एक नशीली दवा का मामला था। उत्तर प्रदेश, गुजरात, कर्नाटक और पंजाब में पकड़ी गईं नकली दवाओं पर हिमाचल की कंपनियों के नाम और लेबल लगे पाए गए।
जांच में ऐसी कोई कंपनी हिमाचल में नहीं मिली। इस साल अभी तक ऐसे दो मामले सामने आ चुके हैं। इनका प्रदेश के दवा उत्पादकों को कोई लेना-देना नहीं है। हिमाचल में दवा के नमूनों की जांच को और प्रभावी बनाने के लिए सोलन जिले के कंडाघाट में पहले से कार्यरत मिश्रित परीक्षण प्रयोगशाला के अलावा अब सरकार ने एक और अत्याधुनिक दवा परीक्षण प्रयोगशाला भी शुरू कर दी है।
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