मानव विकास रिपोर्ट 2025 में खुलासा : प्रदेश में गहरा रहा जल संकट,सूख रहे दो-तिहाई पारंपरिक झरने
हिमाचल प्रदेश में चार साल में मानसून सीजन में 1700 लोगों की जान चली गई, जबकि 46,000 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। हिमाचल प्रदेश मानव विकास रिपोर्ट 2025 में यह खुलासा हुआ है। इस रिपोर्ट के अनुसार प्रदेश में जल संकट गहरा रहा
यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला 28-10-2025
हिमाचल प्रदेश में चार साल में मानसून सीजन में 1700 लोगों की जान चली गई, जबकि 46,000 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। हिमाचल प्रदेश मानव विकास रिपोर्ट 2025 में यह खुलासा हुआ है। इस रिपोर्ट के अनुसार प्रदेश में जल संकट गहरा रहा है। दो-तिहाई पारंपरिक झरने सूख रहे हैं, जिससे कुछ गांवों की आबादी कम हो रही है।
जंगल में आग आग की घटनाएं भी बढ़ रही हैं। 2024-2025 में 2,580 घटनाएं दर्ज की गई, जबकि 2022 2023 में 856 घटनाएं हुईं। जलवायु प्रभाव मौजूदा असमानताओं को बढ़ाकर और उन क्षेत्रों को खतरे में डालकर जोखिम बढ़ाने का काम कर रहा है, जो राज्य की अर्थव्यवस्था के लिए वर्तमान और भविष्य में महत्वपूर्ण है। हिमाचल प्रदेश की अर्थव्यवस्था में निर्माण और पर्यटन सबसे तेजी से बढ़ते क्षेत्रों में शामिल हैं।
2023-2024 में निर्माण क्षेत्र में रोजगार का 11.5 प्रतिशत हिस्सा रहा, जबकि पर्यटन ने जीएसडीपी में 7.8 प्रतिशत का योगदान दिया। कुल रोजगार में 14 प्रतिशत से अधिक का योगदान दिया। वर्ष 2024 में 2023 की तुलना में पर्यटकों के आने की संख्या में 13 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई। महत्वपूर्ण बात यह है कि दोनों क्षेत्रों में महिलाओं, प्रवासियों और अनौपचारिक श्रमिकों के लिए आजीविका का सृजन किया।
पर्यटन क्षेत्र बर्फबारी में कमी और मौसम की घटनाओं के कारण बढ़ते जोखिमों का सामना कर रहा है, जिससे पर्यटकों की संख्या कम हो रही है। इससे आतिथ्य सत्कार पर निर्भर आजीविका को खतरा है। 2025 के मानसून के मौसम में सार्वजनिक और निजी संपत्ति के संचयी नुकसान से राज्य को 24,800 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हुआ।
What's Your Reaction?