यंगवार्ता न्यूज़ - संगड़ाह 28-05-2024
हिमाचल प्रदेश की दुर्गम इलाकों में भले ही स्वास्थ्य सेवाएं आज भी राम भरोसे हैं , लेकिन सरकार द्वारा चलाई जा रही 108 एम्बुलेंस प्रदेश के दुर्गम एवं ग्रामीण इलाकों के लिए कारगर साबित हो रही है या यू कहे कि ग्रामीण इलाकों के लिए 108 एंबुलेंस जीवन दाहिनी बन रही है। ऐसा एक मामला जिला सिरमौर के साथ लगती शिमला जिला के उपमंडल कुपवी के मझौली में सामने आया।
जहां 20 वर्षीय ऋषिता पत्नी रंजीत कुमार जो मझौली की रहने वाली है आज सुबह करीब 5 बजे उसे प्रसव पीड़ा शुरू हुई , जिसके चलते उन्होंने 108 एम्बुलेंस को कॉल किया। कुछ समय बाद एम्बुलेंस मौके पर पहुंच गई। इस दौरान एंबुलेंस के ईएमटी विनोद कुमार ने जब प्रसव पीड़ा से कहरा रही महिला का चेकअप किया तो उसकी स्थिति नाजुक बनी हुई थी , जिसके चलते ईएमटी विनोद ने ईआरसीएफ डॉक्टर एके एंथल से संपर्क किया और उनसे महिला की कंडीशन साझा की। विनोद कुमार ने बताया कि प्रसव पीड़ा से कहरा रही महिला की हालत काफी नाजुक थी।
विनोद ने डॉक्टर को बताया कि बच्चों के गले में नाल लिपट गई है। विनोद कुमार ने डॉक्टर से सलाह लेकर एंबुलेंस के अंदर ही महिला का प्रसव करवाने का निर्णय लिया , जिसके चलते सुबह करीब 7:30 बजे महिला का सफल प्रसव करवाया गया। पीएमटी विनोद कुमार ने बताया कि हिमाचल प्रदेश के दुर्गम इलाकों में आज भी स्वास्थ्य सेवाएं चरमराई हुई है। उन्होंने कहा कि 108 एम्बुलेंस में आज कुपवी उप तहसील के मझौली गांव की 20 वर्षीय ऋषिता का सफल प्रसव करवाया गया। विनोद कुमार ने बताया कि जच्चा बच्चा दोनों ही स्वस्थ है।