कुदरत का कहर : सराज में आपदा से ध्वस्त हुए घर बयां कर रहे तबाही का मंजर,लोग खुले आसमान के नीचे रहने को मजबूर 

हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले के सराज विधानसभा क्षेत्र में थुनाग और आसपास के क्षेत्रों में आई प्राकृतिक आपदा ने सबसे भीषण त्रासदी का रूप ले लिया है। भारी बारिश, बादल फटने और भूस्खलन के कारण क्षेत्र में भयावह तबाही मची

Jul 3, 2025 - 11:41
Jul 3, 2025 - 11:43
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कुदरत का कहर : सराज में आपदा से ध्वस्त हुए घर बयां कर रहे तबाही का मंजर,लोग खुले आसमान के नीचे रहने को मजबूर 

यंगवार्ता न्यूज़ -  मंडी     03-07-2025

हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले के सराज विधानसभा क्षेत्र में थुनाग और आसपास के क्षेत्रों में आई प्राकृतिक आपदा ने सबसे भीषण त्रासदी का रूप ले लिया है। भारी बारिश, बादल फटने और भूस्खलन के कारण क्षेत्र में भयावह तबाही मची है। थुनाग बाजार में लगभग 150 मकान और दुकानें पूरी तरह जमींदोज हो चुकी हैं। 

वहीं जरोल बाजार भी तबाह हो गया है। जंजैहली में भी जल प्रलय ने भारी तबाही मचाते हुए पूरा नक्शा ही बदल दिया है। सराज घाटी अलग-थलग पड़ी हुई है। आपदा ने बुनियादी ढांचे को भारी नुकसान पहुंचाया है। 

सभी सड़कें और पुल ध्वस्त हो चुके हैं, जिससे थुनाग का शेष दुनिया से संपर्क पूरी तरह कट गया है। बिजली और पेयजल योजनाएं ठप हो गई हैं, जिससे राशन और पानी का गंभीर संकट पैदा हो गया है। मोबाइल नेटवर्क की अनुपस्थिति ने सूचना संग्रह और राहत कार्यों को मुश्किल बना दिया है। लोग खुले आसमान के नीचे रहने को मजबूर हैं। 

अस्पताल, स्कूल और सरकारी भवन भी इस आपदा की चपेट में हैं, जिन्हें बहाल करने में लंबा समय लग सकता है। राहत और बचाव कार्यों में स्थानीय प्रशासन, पुलिस, एसडीआरएफ और ग्रामीणों की टीमें जुट गई हैं। आपदा प्रबंधन टीम ने बगस्याड़ से 16 किलोमीटर पैदल चलकर थुनाग पहुंचकर बचाव कार्य शुरू किया। 

स्थानीय ग्रामीणों ने साहस और एकजुटता के साथ राहत कार्यों में योगदान दिया, जिससे अभियान को गति मिली। स्थानीय निवासियों और प्रशासन ने सरकार से तत्काल हवाई सर्वेक्षण और एनडीआरएफ व सेना की मदद की अपील की है। लोग सोशल मीडिया के जरिए आपदा की तस्वीरें और वीडियो साझा कर मदद की गुहार लगा रहे हैं।

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