कांग्रेस के नेता को केंद्र सरकार की निंदा करने के लिए मिलती है सरकारी सैलरी : विनोद ठाकुर 

भाजपा प्रदेश के सचिव विनोद ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस के मंत्री एवं मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार जो सरकारी सैलरी पर बैठ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बारे में गलत शब्दों का प्रयोग करते हैं, इसकी भाजपा कड़ी निंदा करती है

Jun 12, 2025 - 20:23
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कांग्रेस के नेता को केंद्र सरकार की निंदा करने के लिए मिलती है सरकारी सैलरी : विनोद ठाकुर 

यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला    12-06-2025

भाजपा प्रदेश के सचिव विनोद ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस के मंत्री एवं मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार जो सरकारी सैलरी पर बैठ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बारे में गलत शब्दों का प्रयोग करते हैं, इसकी भाजपा कड़ी निंदा करती है। कांग्रेस पार्टी को विकास के बारे में कुछ पता ही नहीं जब उनकी सरकार सत्ता में थी तो केवल मात्र सड़कों पर रेता, रोड़ी, बजरी डाल चुनाव जीते जाते थे,पर जब से केंद्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वाली सरकार आई है। 

तब से विकास के नाम पर चुनाव जीता जाता है और इसका पूरे हिमाचल ने एक बड़ा मॉडल देखा है जहां हमारे पास एक लाख करोड़ से अधिक की सड़के हैं।
उन्होंने कहा कि आज जब चंडीगढ़ से हिमाचल के अंदर आते हैं तो किसी भी कोने में चले जाओ आपको फोर लेन हाईवे मिलेंगे। 
यह कांग्रेस के नेताओं को दिखता नहीं है, क्योंकि कांग्रेस के नेताओं को केवल निंदा करने के पैसे मिलते हैं। 

उन्होंने कहा कि नया भारत तेजी से आगे बढ़ रहा है। देश की प्रगति अब सिर्फ जीडीपी जैसे आंकड़ों से तय नहीं होती, बल्कि आम लोगों को सम्मान से जीने और आगे बढ़ने के मिले अवसरों से भी होती है। इसके उदाहरण दूर-दराज के गांवों, कस्बों और शहरों में आम हैं। यह बदलाव उस नेतृत्व की बदौलत संभव हुआ, जो हर नागरिक को सशक्त बनाने में विश्वास रखता है। 

शुरू से ही अंत्योदय यानी पंक्ति में खड़े अंतिम व्यक्ति का उत्थान हमारी प्रेरणा रहा है। पिछले 11 वर्षों में हमारी हर नीति, हर निवेश और नवाचार इसी सोच पर आधारित रहा है। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में यह सोच चार स्तंभों पर आधारित है। पहला, ऐसा इन्फ्रास्ट्रक्चर बनाना, जो देश को जोड़े। दूसरा, ऐसा विकास, जो सबको साथ लेकर चले। तीसरा, मैन्यूफैक्चरिंग जो लोगों को रोजगार दे। 

चौथा, सरकारी कामकाज को इतना आसान बनाना कि आम आदमी को ताकत मिले। पिछले 11 वर्षों में पूंजीगत व्यय (कैपेक्स) तेजी से बढ़ा है और 2025-26 में यह 11.2 लाख करोड़ तक पहुंच गया। यह बढ़ता हुआ निवेश सबसे अधिक बुनियादी ढांचे-फिजिकल, डिजिटल और सामाजिक में दिखता है। इसी दौरान करीब 59,000 किमी नए राजमार्ग बने और 37,500 किमी रेलवे ट्रैक बिछाए गए। 

हाल में चिनाब और अंजी पुल का उद्घाटन हुआ, जो आधुनिक भारत की इंजीनियरिंग क्षमता का प्रतीक हैं। जब वंदेभारत ट्रेन इन पुलों से होकर श्रीनगर पहुंची, तो एक यात्री ने कहा, 'यह किसी सपने के सच होने जैसा है।' उसकी आंखों में आंसू थे। कनेक्टिविटी अब सिर्फ सड़कों और रेल तक सीमित नहीं रही, बल्कि यह डिजिटल क्षेत्र में भी फैल चुकी है। भारत का डिजिटल पब्लिक इन्फ्रास्ट्रक्चर दुनिया में मिसाल बन चुका है।

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