टमाटर के घटते दामों से किसान चिंतित, बीज, दवाइयों व मालभाड़े का भी नहीं निकल पा रहा खर्च
जुन्गा क्षेत्र व सिरमौर से सटे गांवों में टमाटर की फसल इन दिनों प्रदेश की सबसे बड़ी सोलन सब्जी मंडी सहित पानीपत, चंडीगढ़ और दिल्ली की मंडियों तक पहुंच रही है। लेकिन किसानों के चेहरों पर चिंता की लकीरें साफ देखी जा सकती हैं, क्योंकि टमाटर की कीमतें इस बार बेहद कम

यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला 22-06-2025
जुन्गा क्षेत्र व सिरमौर से सटे गांवों में टमाटर की फसल इन दिनों प्रदेश की सबसे बड़ी सोलन सब्जी मंडी सहित पानीपत, चंडीगढ़ और दिल्ली की मंडियों तक पहुंच रही है। लेकिन किसानों के चेहरों पर चिंता की लकीरें साफ देखी जा सकती हैं, क्योंकि टमाटर की कीमतें इस बार बेहद कम हैं।
शनिवार को सोलन मंडी में टमाटर की बिक्री 350 से 500 रुपये प्रति क्रेट हुई, जबकि एक क्रेट में औसतन 22 से 25 किलो टमाटर आता है। शुरुआती सीजन में यही टमाटर 1000 से 1400 रुपये प्रति क्रेट तक बिक रहा था। ऐसे में अब न केवल किसानों की मेहनत पर पानी फिर रहा है, बल्कि बीज, दवाइयों व मालभाड़े जैसे खर्च भी नहीं निकल पा रहे।
वहीं, आढ़ती विनोद शर्मा का कहना है कि जैसे-जैसे मंडियों में टमाटर की आवक बढ़ रही है, दामों में और गिरावट आने की संभावना है। हालांकि उन्होंने यह भी उम्मीद जताई कि मैदानी इलाकों का सीजन खत्म होते ही दामों में कुछ सुधार हो सकता है। गौर हो कि सोलन की तरह जुन्गा क्षेत्र में भी टमाटर की खेती बड़े स्तर पर होती है, जो किसानों के लिए आय का मुख्य साधन है।
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