प्रदेश में मौसम बना शुष्क,तापमान में गिरावट ने पहाड़ों में सर्दी का और अधिक बढ़ा दिया असर
हिमाचल प्रदेश में मौसम लगातार शुष्क बना हुआ है, लेकिन तापमान में गिरावट ने पहाड़ों में सर्दी का असर और अधिक बढ़ा दिया है। बीते चौबीस घंटों में पूरे प्रदेश में वर्षा और हिमपात नहीं हुआ, वहीं ताबो का न्यूनतम तापमान माइनस छह दसमलव छह डिग्री सेल्सियस तक लुढक़
यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला 23-11-2025
हिमाचल प्रदेश में मौसम लगातार शुष्क बना हुआ है, लेकिन तापमान में गिरावट ने पहाड़ों में सर्दी का असर और अधिक बढ़ा दिया है। बीते चौबीस घंटों में पूरे प्रदेश में वर्षा और हिमपात नहीं हुआ, वहीं ताबो का न्यूनतम तापमान माइनस छह दसमलव छह डिग्री सेल्सियस तक लुढक़ गया, जो सीजऩ का सबसे कम दर्ज तापमान है।
दूसरी ओर पांवटा साहिब में अधिकतम तापमान सत्ताईस डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, जिससे निचले इलाकों में दिन के समय हल्की गर्माहट महसूस हुई। मौसम विभाग के अनुसार अधिकतर स्थानों पर न्यूनतम और अधिकतम तापमान में कोई बड़ा परिवर्तन नहीं देखा गया, लेकिन कुछ ऊंचाई वाले क्षेत्रों में पारा सामान्य से दो से चार डिग्री नीचे रहा।
मंडी और बिलासपुर में सुबह के समय मध्यम कोहरा छाया रहा, जिससे यातायात भी प्रभावित हुआ। मौसम विज्ञान केन्द्र शिमला ने अगले सात दिनों तक पूरे प्रदेश में मौसम शुष्क रहने का पूर्वानुमान जारी किया है। वर्षा या हिमपात की कोई संभावना नहीं है। अगले अड़तालीस घंटों तक न्यूनतम तापमान में विशेष परिवर्तन नहीं होगा, लेकिन उसके बाद इसमें दो से तीन डिग्री की बढ़ोतरी हो सकती है।
वहीं अधिकतम तापमान धीरे-धीरे दो से चार डिग्री तक गिरने की आशंका है, जिससे सर्द हवाएं और तीव्र प्रभाव दिखा सकती हैं। प्रदेश के सभी जिलों शिमला, कुल्लू, मनाली, चंबा, किन्नौर, लाहौल-स्पीति, ऊना, हमीरपुर, सोलन और सिरमौर में अगले सप्ताह तक किसी भी प्रकार की मौसम चेतावनी जारी नहीं की गई है।
विभाग ने लोगों को सुबह-शाम कोहरे और ठंड से सावधानी बरतने की सलाह दी है। राज्य में शुष्क मौसम का दौर जारी रहने से जहां किसानों और बागवानों में चिंता बढ़ रही है, वहीं पहाड़ी इलाकों में तापमान लगातार गिरने से सर्दी का प्रभाव और अधिक तेज़ होने लगा है।
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