प्रदेश में सेब सीजन ने पकड़ी रफ्तार, मध्यम ऊंचाई वाले क्षेत्रों से भी सेब मंडियों में आना शुरू

हिमाचल प्रदेश में इस बार का सेब सीजन उफान पर पहुंच गया है। सेब सीजन में काफी ज्यादा तेजी आ चुकी है, क्योंकि मध्यम ऊंचाई वाले क्षेत्रों से भी सेब मंडियों में आना शुरू हो चुका

Sep 8, 2024 - 12:00
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प्रदेश में सेब सीजन ने पकड़ी रफ्तार, मध्यम ऊंचाई वाले क्षेत्रों से भी सेब मंडियों में आना शुरू

यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला     08-09-2024

हिमाचल प्रदेश में इस बार का सेब सीजन उफान पर पहुंच गया है। सेब सीजन में काफी ज्यादा तेजी आ चुकी है, क्योंकि मध्यम ऊंचाई वाले क्षेत्रों से भी सेब मंडियों में आना शुरू हो चुका है। प्रदेश की मंडियों में पहुंचे सेब बॉक्स का आंकड़ा जल्द ही एक करोड़ को छूने वाला है, क्योंकि अब तक प्रदेश व बाहर की मंडियों में लगभग 93 लाख सेब पेटियां पहुंच चुकी हैं। 

आंकड़ों के अनुसार हिमाचल प्रदेश की विभिन्न सेब मंडियों और बाहरी राज्यों की सेब मंडियों में 93 लाख एक हजार 380 सेब बॉक्स पहुंच चुके हैं। इसमें सबसे अधिक सेब शिमला से है, जहां से 59 लाख 67 हजार 864 सेब बॉक्स अब तक मंडियों में जा चुके हैं। रोजाना सेब बॉक्स का आंकड़ा यहां मार्केटिंग बोर्ड द्वारा जुटाया जा रहा है।

यह वह आंकड़ा है, जो मार्केटिंग बोर्ड के बैरियरों पर जुटाया गया है जहां पर ट्रकों व सेब बॉक्स का आंकड़ा रखा जाता है। पिछले साल प्रदेश से दो करोड़ से ज्यादा सेब बॉक्स मंडियों में गए थे और इस बार अभी तक 93 लाख पेटियां गई हैं, क्योंकि सेब सीजन देरी से शुरू हुआ था, तो खत्म भी देरी से होगा। अहम बात है कि इस बार सेब सीजन में किसी भी तरह की रुकावट नहीं आ रही है। 

पिछले साल भारी बरसात की वजह से सडक़ों की हालत खराब थी और सेब मंडियों तक ले जाना आसान नहीं था। इस बार ऐसा नहीं हुआ है। सेब आसानी से प्रदेश की मंडियों व प्रदेश से बाहर की मंडियों में पहुंच रहा है। इस तरह से आंकड़ा 93 लाख एक हजार 380 पेटियां मार्केट में आ चुकी हैं। बाहरी राज्यों की मंडियों में 10 किलोग्राम की 72882 पेटियां अब तक जा चुकी हैं। 

वहीं 20 किलोग्राम भार की 34 लाख 79 हजार 918 पेटियां पहुंची हैं। बागबानों ने प्रदेश से बाहर भी सेब काफी मात्रा में भेजा है। वहीं प्रदेश की मंडियों में 10 किलोग्राम भार की 76242 पेटियां पहुंच चुकी हैं, जबकि 20 किलोग्राम भार की 57 लाख 37 हजार 892 पेटियां पहुंची हैं। अभी मार्केट में रॉयल सेब आ रहा है, जबकि गोल्डन एप्पल आना शेष है। 

गोल्डन एप्पल के ही एक करोड़ पेटियों से ज्यादा बॉक्स मार्केट में पहुंचते हैं, जिसकी आमद अब शुरू होने जा रही है। बागबानों का केवल एक ही मसला विदेशों से सेब के आयात को कम करने का है, जिसको लेकर प्रदेश सरकार ने केंद्र सरकार से आग्रह भी किया है, मगर वहां से आयात शुल्क को नहीं बढ़ाया जा रहा है और इस मसले को लेकर यहां कांग्रेस व भाजपा राजनीति कर रहे हैं। 

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