यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला 22-08-2023
हिमाचल प्रदेश में मौसम फिर से बिगड़ गया है। अलर्ट के बीच प्रदेश की राजधानी शिमला में झमाझम बारिश जारी है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने अगले 72 घंटों के दौरान बिलासपुर, चंबा, हमीरपुर, कांगड़ा, कुल्लू, मंडी, शिमला, सिरमौर, सोलन, ऊना में अधिकांश स्थानों पर मध्यम और कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है। राज्य में 23 व 24 अगस्त के लिए भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। जबकि 25 अगस्त के लिए येलो अलर्ट है। राज्य के कई भागों में 28 अगस्त तक बारिश का दौर जारी रहने के आसार हैं।
उधर, राज्य में मंगलवार सुबह 10:00 बजे तक तीन नेशनल हाईवे और 280 सड़कें यातायात के लिए बंद थीं। मंडी से सबसे अधिक 162 सड़कें ठप हैं। इसके साथ ही 703 बिजली ट्रांसफार्मर और 106 जलापूर्ति योजनाएं बंद चल रही हैं। मंडी जिले में सबसे अधिक बिजली ट्रांसफार्मर व जलापूर्ति योजनाएं बंद हैं। शिमला में फिर से जगह-जगह भूस्खलन व पेड़ गिरने की सूचना है। टॉलेंड में पेड़ गिर गया है। तारादेवी के पास भी पेड़ गिरने से कालका-शिमला-रामपुर हाईवे बाधित हो गया। शिमला के भट्ठाकुफर में भूस्खलन हुआ है। पहाड़ी से बड़ी मात्रा में मलबा भवनों पर गिर गया है। मलबे के साथ पेड़ भी आ गए हैं। वहीं, समरहिल के शिवमंदिर के पास भारी बारिश के चलते फिर से नाले में जलस्तर बढ़ गया।
इसके चलते बचाव अभियान को रोकना पड़ा। हिमाचल प्रदेश में चंबा, कांगड़ा, कुल्लू, मंडी, शिमला और सिरमौर जिले के कुछ जलक्षेत्रों और आसपास में अगले 24 घंटों के दौरान अचानक बाढ़ का खतरा है। इस बार मानसून सीजन में 24 जून से 21 अगस्त तक 227 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है। जबकि 119 लोगों की सड़क हादसों में मौत हुई है। 331 लोग घायल हुए हैं। राज्य में 2216 घर ढह गए हैं। 9819 घरों को आंशिक नुकसान हुआ है। इसके अलावा 300 दुकानों व 4702 गोशालाओं को नुकसान हुआ है। इस दौरान राज्य में भूस्खलन की 130 और अचानक बाढ़ की 60 घटनाएं सामने आई हैं। राज्य में नुकसान का आंकड़ा 8099.46 करोड़ रुपये से अधिक पहुंच गया है।