बहादुरी के साथ आतंकवादी को मार गिराने के लिए मेजर भावुक शर्मा सेना पदक से सम्मानित
कश्मीर में बहादुरी के साथ आतंकवादी को मार गिराने के लिए ज्वालामुखी निवासी मेजर भावुक शर्मा को सेना पदक से सम्मानित किया गया है। पिछले दिनों उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में नॉर्दर्न कमांड के लेफ्टिनेंट जनरल ने उन्हें यह सम्मान दिया
यंगवार्ता न्यूज़ - कांगड़ा 11-04-2024
कश्मीर में बहादुरी के साथ आतंकवादी को मार गिराने के लिए ज्वालामुखी निवासी मेजर भावुक शर्मा को सेना पदक से सम्मानित किया गया है। पिछले दिनों उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में नॉर्दर्न कमांड के लेफ्टिनेंट जनरल ने उन्हें यह सम्मान दिया।
ज्वालामुखी के वार्ड नंबर 7 निवासी संजय शर्मा के बेटे भावुक शर्मा 21 साल की आयु में भारतीय सेना की राष्ट्रीय राइफल में भर्ती हुए थे। 2023 में उनकी ड्यूटी कश्मीर घाटी के बारामूला में थी। इस दौरान उन्हें एक गांव में आतंकियों के छिपे होने की सूचना मिली।
उन्होंने अपनी टीम के साथ इलाके की घेराबंदी कर ली और काफी समय तक चली मुठभेड़ में भावुक ने एक आतंकी को मार गिराया। मेजर भावुक के पिता संजीव शर्मा सेवानिवृत्त एसीएफ हैं और माता आशा शर्मा गृहिणी हैं। माता-पिता के अलावा परिवार में पत्नी राविया शर्मा और बेटी काशवी शर्मा हैं।
मेजर भावुक शर्मा ने दसवीं तक की शिक्षा ज्वालामुखी के सरस्वती बाल भारती स्कूल में की, इसके बाद 12वीं कक्षा डीएवी स्कूल चंडीगढ़ से पास की। 21 साल की उम्र में भावुक लेफ्टिनेंट के रूप में सेना में भर्ती हुए थे। 2023 से उनकी तैनाती जम्मू कश्मीर में है।
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