यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला 23-08-2023
जिला कांगड़ा में लगातार हो रही बारिश ने रौद्र रुप दिखाया है,जिसके चलते विधानसभा जवाली के कोटला के साथ लगती पहाड़ी अचानक दरकने से कोटलावासियों में अफरा-तफरी मच गई। एकाएक लोगों के घरों में मलबा घुस गया। वहां रहने वाले लोगों को यह मंजर देख कर कुछ भी नहीं समझ आ रहा था। लोग घरों को छोड़कर सुरक्षित स्थानों की तरफ भाग गए। कुछ लोगों ने तो घरों का सामान पिकअप में भर लिया तथा अपने रिश्तेदारों के घर ले गए। कुछ लोग तो घरों को खुला छोड़कर भाग गए। लोग काफी सहमे हुए हैं और एक-दूसरे को फोन करके हालचाल जान रहे हैं। पंचायत में करीबन सैकड़ो की संख्या में घर हैं जिनमें रहने वाले लोग अपनी-अपनी जान को बचाने के लिए कोटला बाजार में आकर खड़े हो गए हैं।
हालांकि विधानसभा ज्वाली के नियांगल में पहाड़ी दरकने से मकानों के जमींदोज होने का सिलसिला थमा भी नहीं था कि अब कोटला में पहाड़ी दरकने से लोगों के मकानों पर खतरे के बादल मंडराने शुरू हो गए हैं। पहाड़ों का मकानों में आ जाने से भारी नुकसान हुआ है। इन घरों में रह रहे लोगों को बाहर निकाल कर अपनी जान बचानी पड़ी। पहाड़ों का मलबा मार्गों में आने से रास्ते नालों में तबदील हो गए , जिससे लोगों की परेशानियां ओर बढ़ गई। घरों में रह रहे लोगों ने बताया कि अचानक तेज वर्षा शुरू हुई तथा देखते ही देखते घरों के ऊपर की पहाड़ी से मलबा गिरने लगा जो उनके घरों में घुस गया। घरों में मिट्टी, पत्थर व पानी आने से घरों के भीतर रखा सामान खराब हो गया, जिससे लोगों को आर्थिक तोर पर भी भारी नुकसान हुआ है।
कोटला पंचायत के उप प्रधान ने बताया कि पहाड़ी दरकने से एकाएक पानी का जलस्तर बढ़ गया और पहाड़ी का मालवा लोगों के घरों में घुस गया जिससे लोगों के घरों को भारी नुकसान पहुंचा है और लोग बेघर हो चुके हैं। उन्होंने बताया कि लोगों को सामुदायिक भवन और पंचायत भवन के कमरों में ठहराया गया है और लोगों ने एक दूसरे की मदद से राहत कार्य शुरू कर दिए हैं। उन्होंने कहा कि फिलहाल चार से पांच घरों को खाली करवा लिया गया है और कुछ घर तो पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुके हैं। उन्होंने कहा कि विभिन्न संस्थाएं राहत कार्य में जुटी रही। वहीं घटना की सूचना मिलने पर प्रशासन की ओर से भी मौके पर पहुंच कर राहत व बचाव कार्य शुरू कर दिए गए हैं।