12 दिन तक चला विधानसभा का मॉनसून सत्र खत्म , 59 घंटे चली सदन की कार्यवाही, हिमाचल को आपदा ग्रस्त राज्य किया घोषित
हिमाचल प्रदेश के इतिहास में चौथा सबसे लंबा 12 दिन का मॉनसून सत्र आज समाप्त हो गया। सत्र में अधिकतर समय प्रदेश की आपदा पर चर्चा हुई। सदन की कार्यवाही 59 घंटे तक चली। जिसकी उत्पादकता 98 फीसदी रही। सत्र में कुल 509 कुल तारांकित सवाल पूछे गए , जबकि अतारांकित 181 सवाल सदन में पूछे गए। कुल 690 सवाल पूछे गए। नियम 67 के तहत काम रोको प्रस्ताव के तहत आपदा पर लंबी चर्चा चली
यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला 02-09-2025
हिमाचल प्रदेश के इतिहास में चौथा सबसे लंबा 12 दिन का मॉनसून सत्र आज समाप्त हो गया। सत्र में अधिकतर समय प्रदेश की आपदा पर चर्चा हुई। सदन की कार्यवाही 59 घंटे तक चली। जिसकी उत्पादकता 98 फीसदी रही। सत्र में कुल 509 कुल तारांकित सवाल पूछे गए , जबकि अतारांकित 181 सवाल सदन में पूछे गए। कुल 690 सवाल पूछे गए। नियम 67 के तहत काम रोको प्रस्ताव के तहत आपदा पर लंबी चर्चा चली। सदन में सर्वसम्मति से आपदा को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने के लिए केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेजा गया। सत्र के समापन पर विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने कहा कि मॉनसून सत्र के दौरान नियम 130 के तहत 6 विषय चर्चाएं हुई। नियम 62 के तहत 12 विषय, नियम 101 के तहत 7, 63 के तहत 1 विषय पर चर्चा हुई और 102 के तहत राष्ट्रीय आपदा घोषित करने पर संकल्प लाया गया। जिसको केंद्र की भेजने का प्रस्ताव भेजा गया है। 11 सरकारी विधेयक पास किए गए।
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