यंगवार्ता न्यूज़ - धर्मशाला 14-02-2025
भारतीय विश्वविद्यालय संघ के सौजन्य से हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय, धर्मशाला में चार दिवसीय अखिल भारतीय इंटर जोनल महिला भारोत्तोलन प्रतियोगिता का शुभारंभ साई इंडोर स्टेडियम में हुआ। उद्घाटन समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर कांगड़ा के सांसद डॉ. राजीव भारद्वाज तथा विशिष्ट अतिथि के तौर पर सोरोखैबम विन्द्यारानी देवी , ( भारोत्तोलक नेताजी, सुभाष राष्ट्रीय खेल संस्थान पटियाला ) मौजूद रहीं। वहीं कार्यक्रम की अध्यक्षता केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. एसपी बंसल ने की। इस मौके पर केंद्रीय विवि के खेल निदेशक सुमन शर्मा ने कुलपति प्रो. एसपी बंसल का और अधिष्ठाता छात्र कल्याण डॉ. सुनील ठाकुर ने विशिष्ट अतिथि स्वागत किया। चैंपियनशिप में देश भर के विभिन्न 78 यूनिवर्सिटीज के 320 से अधिक खिलाड़ी भाग ले रही है।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि, कांगड़ा सांसद डॉ. राजीव भारद्वाज ने कहा कि देश और समाज तभी उन्नति कर सकता है, जब उसके युवाओं में अनुशासन होगा। यह अनुशासन सबसे अधिक खेल के मैदानों से सीखा जा सकता है। महिला खिलाड़ियों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि देश की बेटियों के प्रति आज समाज की सोच बदली है और इसका पूरा श्रेय महिलाओं को ही जाता है। वे अपनी मेहनत के दम पर नया मुकाम हासिल कर रही हैं और खेल के क्षेत्र में कीर्तिमान स्थापित कर पा रही हैं। वहीं कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. एसपी बंसल ने कहा कि संसाधनों के अभाव में भी विश्वविद्यालय चौथी बार भारोत्तोलन प्रतियोगिता का आयोजन कर रहा है। इसमें विश्वविद्यालय के सभी प्राध्यापक, शोधार्थी, विद्यार्थी तथा शिक्षकेतर कर्मचारियों का उन्हें सहयोग मिलता रहा है। कुलपति ने विशेष तौर पर सोरोखैबम विन्द्यारानी देवी के संघर्षों पर प्रकाश डाला और उनकी कामयाबी की कहानी को खिलाड़ियों से साझा किया।
उन्होंने कहा कि भारोत्तोलन केवल भार उठाने की क्षमता का खेल नहीं है, यह उम्मीदों और सपनों को भी ऊपर उठाने के जज्बे का नाम है। कर्णम मल्लेश्वरी और मीरा बाई चानू का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि शक्ति जेंडर से नहीं, डिटरमिनेशन से आती है। वहीं विशिष्ट अतिथि बिंदिया रानी ने विवि प्रशासन के प्रति आभार प्रकट किया और कहा कि यहां आई खिलाड़ी भी आगे जाकर भारत का प्रतिनिधित्व कर सकती हैं। मेहनत के दम पर वे ओलंपिक तक जा सकती हैं। उन्होंने कहा कि वे हमेशा खिलाड़ियों की मदद के लिए तैयार हैं, किसी भी तरह के सुझाव के लिए वे बिंदिया से संपर्क कर सकती हैं। गौरतलब है कि सोरोखैबम विन्द्यारानी देवी कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत की प्रतिनिधित्व करते हुए 55 किलो कैटेगरी में सिल्वर मेडल जीत चुकी हैं।
वहीं खेल निदेशक डॉ. सुमन शर्मा ने कहा कि कुलपति के ध्येय से ही यह कार्यक्रम सफलता पूर्वक आयोजित हो पा रहा है। इस आयोजन के लिए उन्होंने विवि परिवार के सभी सदस्यों, प्रतिभागियों और उनके कोच के प्रति आभार प्रकट किया।अंत में अधिष्ठाता, छात्र कल्याण प्रो. सुनील ठाकुर ने सभी खिलाड़ियों को खेल शपथ दिलाई और धन्यवाद ज्ञापन किया। मुख्य अतिथि और कुलपति ने हवाई फायर करते हुए कार्यक्रम की विधिवत शुरुआत की घोषणा की और मशाल जलाकर तथा फीता काटकर प्रतियोगिता प्रारंभ की गई। इस अवसर पर पूरा विश्वविद्यालय परिवार मौजूद रहा।