प्रदेश में पहली बार एनीमिया मामलों को कम करने में स्वास्थ्य विभाग को मिली सफलता
हिमाचल प्रदेश में पहली बार एनीमिया मामलों को कम करने में स्वास्थ्य विभाग को सफलता मिली है। प्रदेश में एनीमिया मामलों में गिरावट आनी शुरू हो गई है। प्रदेश के अन्य जिला में भी 25 से 60 फीसदी तक की कमी हुई

यंगवार्ता न्यूज़ - सोलन 30-07-2025
हिमाचल प्रदेश में पहली बार एनीमिया मामलों को कम करने में स्वास्थ्य विभाग को सफलता मिली है। प्रदेश में एनीमिया मामलों में गिरावट आनी शुरू हो गई है। प्रदेश के अन्य जिला में भी 25 से 60 फीसदी तक की कमी हुई है। सोलन में सबसे अधिक 75 फीसदी तक एनीमिया मामले कम हो गए हैं।
इसका खुलासा एम्स दिल्ली की रिपोर्ट में हुआ। खास बात ये है कि मामले कम होने के बाद टीम ने सोलन में आकर भी जानकारी ली और मॉनिटरिंग की। विभाग ने पायलट प्रोजेक्ट के तहत सोलन में एनीमिया मामलों को कम करने के प्लान को लागू किया।
विभाग की टीम ने घरद्वार पर एनीमिया मामलों का पता लगाने के टेस्ट किए। पॉजिटिव आने वाले मामलों को उपचार व केयर कर मामलों में कमी आई है। एक वर्ष तक प्लान की मॉनिटरिंग हुई व केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के पोर्टल पर रोजाना अपडेट किया। अपडेट करने के बाद हाल ही में एम्स दिल्ली की टीम ने सोलन में आकर जानकारी ली। इससे पता चला कि टेस्ट के बाद केयर और जागरूकता एनीमिया की बड़ी दवाई बन गई है।
अब देशभर में इसी प्रकार का प्लान तैयार कर लागू करवाया जाएगा। रिपोर्ट के अनुसार देशभर की आबादी में हर तीन में एक व्यक्ति एनीमिया से पीड़ित हैं। अगर योजना को लागू कर दिया तो मामलों में गिरावट आ जाएगी।
सोलन में स्वास्थ्य विभाग ने रैंडम मॉनिटरिंग की है। स्वास्थ्य विभाग ने सोलन को प्लान दिया था कि वे तेजी से सूचना, शिक्षा और संपर्क (आईईसी) कर एनीमिया मामलों का पता लगाए। इसमें हर माह 50-55 मामलों का पता लगाया। इन मामलों का तो उपचार किया ही गया।
साथ ही स्कूलों में प्रत्येक बच्चों आयरन की दवाओं का वितरण किया गया। वर्ष में दो बाद डिवाॅर्म किया और एनीमिया के प्रति पखवाड़े मनाया गया। इससे ये पता लगा कि अगर सही से जागरूकता की जाए तो मामलों को आसानी से कम किया जा सकता है।
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