प्रदेश में बदलते मौसम से घट रहा सेब उत्पादन, 2010 के बाद पांच करोड़ बॉक्स तक नहीं पहुंचा कारोबार
हिमाचल प्रदेश में सेब उत्पादन बढऩे की बजाए घटता जा रहा है। हिमाचल प्रदेश में वर्ष 2010 में पांच करोड़ सेब की पेटियों का उत्पादन हुआ था। 2010 के बाद हिमाचल में सेब उत्पादन किसी भी वर्ष पांच करोड़ पेटी तक नहीं पहुच पाया
यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला 14-09-2023
हिमाचल प्रदेश में सेब उत्पादन बढऩे की बजाए घटता जा रहा है। हिमाचल प्रदेश में वर्ष 2010 में पांच करोड़ सेब की पेटियों का उत्पादन हुआ था। 2010 के बाद हिमाचल में सेब उत्पादन किसी भी वर्ष पांच करोड़ पेटी तक नहीं पहुच पाया है। वहीं अगर इस वर्ष की बात करें तो अभी सिर्फ एक करोड़ पेटियां ही मंडियो में पहुंच पाई है, जबकि प्रदेश में सेब सीजन समाप्ति की ओर है।
हिमाचल प्रदेश में सेब उत्पादन के घटने का मुख्य कारण बदलता मौसम और जलवायु परिवर्तन है। सर्दियों के मौसम में सेब के पौधों के लिए आवश्यक जरूरी चिलिंग ऑवर पूरे नहीं हो पा रहे है। बागीचों में फूल खिलने की प्रक्रिया के दौरान बारिश व ओलावृष्टि के कारण परागण प्रक्रिया सही तरीके से नहीं हो पा रही है।
इसके कारण प्रदेश में सेब की फसल अच्छी नहीं हो पा रही है। बदलते मौसम के कारण सेब की 25 प्रतिशत फसल पहले ही कम तैयार होती है। इसके बाद भी मौसम में कई तरह के बदलाव पूरे सीजन के दौरान आते रहते है, जिससे फसल पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। बदलते मौसम के अलावा हिमाचल में सेब उत्पादन घटने का एक अन्य कारण सेब बागीचों में पौधों की उम्र हो जाना भी है।
हिमाचल में ज्यादातर सेब के पौधों सीडिलिंग पर लगाए है। इनमें से ज्यादातर पौधों की उम्र 40 साल से अधिक हो चुकी है। अब इन पौधों में सेब उत्पादन घटने लगा है, जो नए पौधे लगाए जा रहे है, बदलते मौसम के कारण उनकी उत्पादकता पूराने पौधों जितनी नहीं हो पा रही है।
What's Your Reaction?