बागी विधायकों पर दिए फैसले को तो अब मैं चाहकर भी नही पलट सकता : पठानिया
शुक्रवार देर शाम उस समय शिमला में राजनीतिक हलचल बढ़ गई जब एकाएक मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू कैबिनेट मीटिंग को स्थगित करके अपने सभी मंत्रियो के साथ विधानसभा पहुंच गए
एन्टी डिफेक्शन लॉ के तहत दिया फैसला, रिव्यु का कोई चांस नही
विधायकों की सदन में लगाई गई हाजिरी ही दे रही उनके खिलाफ सुबूत
यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला 01-03-2024
शुक्रवार देर शाम उस समय शिमला में राजनीतिक हलचल बढ़ गई जब एकाएक मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू कैबिनेट मीटिंग को स्थगित करके अपने सभी मंत्रियो के साथ विधानसभा पहुंच गए। उनके इस अचानक मूव ने राजनीतिक गलियारों में एकाएक गहमागहमी बढ़ा दी और लोग कयास लगाने लगे कि क्या सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार में सब कुछ ठीक नही है??
लेकिन मुलाकात के बाद मुख्यमंत्री और विधानसभा स्पीकर कुलदीप सिंह पठानिया का बयान सामने आया कि ये महज एक शिष्टाचार भेंट थी। कुलदीप सिंह पठानिया ने मीडिया से औपचारिक बातचीत में कहा कि अब तो वे खुद भी चाहें तो अपना फैसला वापिस नही ले सकते हैं। उन्होंने कहा कि जिन विधायकों की सदस्यता रद्द की गई हैं वे आगे कानून का सहारा ले सकते हैं लेकिन बतौर विधानसभा अध्यक्ष क्लियर गया उनका ये फैसला कानूनी दायरे में नही आता है।
उन्होंने कहा कि बागी विधायकों की सदन के अंदर की हाजिरी ही उनके खिलाफ सुबूत दे रही है। जब फाइनेंसियल बिल और बजट पारित होना था, दोनों दिन उनकी हाजिरी थी, लेकिन बिल और बजट पारित करते ववत वे सभी सदन में अनुपस्थित थे।
पार्टी मीटिंग में भी इनकी हाजिरी लगी है जिससे साफ जाहिर है कि पार्टी की तरफ से व्हिप जारी होने के बावजूद ये लोग जान बूझकर सदन से बजट पारित करते वक़्त अनुपस्थित रहे। अब चाहकर भी उनकी सदस्यता रद्द होने के मामले में दोबारा सुनवाई या रिव्यु नही हो सकता।
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