मोदी सरकार में यदि परियोजनाओं का शिलान्यास होता है तो उद्घाटन भी उसी कार्यकाल में होता है : नड्डा
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने शुक्रवार को हिमाचल प्रदेश के एम्स बिलासपुर में कई नई सुविधाओं का शुभारंभ किया और 'विश्राम सदन' का शिलान्यास किया.....
यंगवार्ता न्यूज़ - बिलासपुर 23-02-2024
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने शुक्रवार को हिमाचल प्रदेश के एम्स बिलासपुर में कई नई सुविधाओं का शुभारंभ किया और 'विश्राम सदन' का शिलान्यास किया। इस क्रम में उन्होंने ₹4 करोड़ की लागत से बने 40 हजार लीटर की क्षमता वाले लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन प्लांट और ₹30 करोड़ की लागत से एडवांस्ड रेडिएशन थैरेपी के लिए लगी आधुनिक मशीनरी सहित अन्य नई सुविधाओं का उद्घाटन किया।
कार्यक्रम में केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री श्री मनसुख मंडविया, केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री एवं सांसद अनुराग ठाकुर और पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर सहित कई गणमान्य अतिथि उपस्थित थे। नड्डा ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्र मनसुख मंडाविया और ऊर्जा मंत्री आर के सिंह के प्रयासों के चलते एम्स बिलासपुर को कई नई सुविधाएं प्रदान हुई है।
3 अप्रैल 2017 को नवरात्रों की षष्ठी तिथि को आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने एम्स बिलासपुर का शिलान्यास किया था। 5 अक्टूबर 2022 को विजयदशमी के दिन आदरणीय प्रधानमंत्री जी ने इस संस्थान का उद्घाटन कर बिलासपुर की जनता को दशहरे का उपहार दिया था। आज ₹4 करोड़ की लागत से बना 40 हजार लीटर की क्षमता वाले लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन प्लांट की सुविधा का उद्घाटन किया गया है।
इसी तरह रेडिएशन एन्कॉलोजी में एडवांस्ड रेडिएशन थैरेपी के लिए ₹30 करोड़ की लागत से आधुनिक मशीनरी लगाई गई है और सीटी स्कैन सुविधा शुरू की गई है। आज 350 बेड की क्षमता वाले विश्राम सदन का भी शिलान्यास हुआ है। एम्स बिलासपुर को इन सुविधाओं से सुसज्जित करने के लिए माननीय अध्यक्ष ने स्वास्थ्य मंत्री और ऊर्जा मंत्री का अभिनंदन और धन्यवाद करते हुए कहा कि इन सुविधाओं से पहाड़ी क्षेत्र के निवासियों के लिए स्वास्थ्य और इलाज सुविधा कई गुना बेहतर और आसान हो जाएगी।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश ने स्वास्थ्य सहित हर क्षेत्र में तेज प्रगति और विकास किया है। हर वर्ग को एक नई दिशा मिली है और देश आगे बढ़ने में सफल हुआ है। कोरोना महामारी पूरी शताब्दी की सबसे बड़ी महामारी थी और कोई भी इसका इलाज और बचाव नहीं जानता था। पाश्चात्य देश सहित पूरे विश्व के बड़े-बड़े नेता मानवता या अर्थव्यवस्था के बीच असमंजस में झूलते रहे और किसे प्राथमिकता से बचाना है इसका फैसला नहीं कर पा रहे थे।
नड्डा ने अंत में छात्रों से कहा कि इस नव निर्मित बिलासपुर एम्स का पूर्ण रूप से उपयोग कीजिए, यह छात्रों को मिलने वाला अधिकतम अवसर है। उन्होंने कहा जिस तरह की तकलीफ हिमाचल बिलासपुर के एम्स में कार्य करने वाले लोग बताते हैं।
उसी तरह की समस्या दिल्ली एम्स में भी है इसलिए सभी समस्याओं को दरकिनार कर मानवता की सेवा करनी है और उसके लिए पूरी ताकत से कार्य करना चाहिए। नड्डा ने बताया कि वे आए दिन स्वास्थ्य मंत्री से देशभर में चल रहे कार्यों की प्रगति के बारे में पूछते रहते हैं और उन्हें सदैव सकारात्मक उत्तर ही मिलता है।
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