हिमाचल प्रदेश में बावड़ियों और हैंडपंप के पानी की होगी जांच : अग्निहोत्री
हिमाचल प्रदेश में बावड़ियों और हैंडपंप के पानी की जांच होगी। बरसात में पीलिया और डायरिया फैलने की आशंका रहती है। ऐसे में सरकार ने लोगों को स्वच्छ पानी देने के लिए पानी के सैंपल एकत्र करने का फैसला
यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला 25-07-2023
हिमाचल प्रदेश में बावड़ियों और हैंडपंप के पानी की जांच होगी। बरसात में पीलिया और डायरिया फैलने की आशंका रहती है। ऐसे में सरकार ने लोगों को स्वच्छ पानी देने के लिए पानी के सैंपल एकत्र करने का फैसला लिया है।
अगर किसी हैंडपंप और बावड़ियों के पानी का सैंपल फेल होता है तो ऐसी स्थिति में लोगों को जागरूक करने के लिए स्रोत के साथ ही सूचना पट्टिकाएं लगाई जाएंगी। प्रदेश सरकार ने जल शक्ति विभाग को इस बारे में आदेश जारी किए हैं। वहीं, मंडल और उपमंडल स्तर के अधिकारियों और कर्मचारियों को सैंपल जुटाने के लिए कहा है।
बरसात के चलते राजधानी शिमला, धर्मशाला, सिरमौर में पीलिया और डायरिया के मामले सामने आते हैं। राजधानी शिमला में एक बार पीलिया ने विकराल रूप धारण कर लिया था। कसुम्पटी, विकासनगर, छोटा शिमला, संजौली में सैंकड़ों लोग पीलिया से ग्रसित हो गए। यह बीमारी दृषित पानी के पीने से होती है।
अस्पतालों में इन दिनों पीलिया और डायरिया के मामले आने लगे हैं। उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि जल शक्ति विभाग को सैंपल जुटाने के लिए कहा गया है। उन्होंने कहा कि प्रतिदिन मंडल और उपमंडल स्तर पर दो दर्जन सैंपल एकत्र किए जाएंगे। अगर पानी पीने योग्य नहीं होता है, इस बारे में लोगों को जागरूक किया जाएगा।
पंचायत प्रतिनिधियों, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का भी इस अभियान में सहयोग लिया जाएगा। प्रदेश सरकार ने लोगों को स्वच्छ पानी देने की पहल की है। राजभवन के समीप पानी का टैंक बनाया जा रहा है। यहां पानी को साफ करने के लिए उपकरण लगाए जा रहे हैं। पहले चरण में छोटा शिमला को फिल्टर पानी की सप्लाई होगी। इसके बाद अन्य जिलों में भी इस योजना को लागू किया जाना है।
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