यंगवार्ता न्यूज़ - पांवटा साहिब 05-11-2024
गुरु की नगरी पावटा साहिब को कलंकित करने वाले आरोपी मीडिया कर्मियों का रिमांड चार दिन और बढ़ गया है। अब दोनों ही ब्लैकमेलर पत्रकार आठ नवंबर तक पुलिस हिरासत में रहेंगे। जानकारी के मुताबिक पांवटा साहिब के एक उद्योगपतियों को ब्लैकमेल करने वाले दो पत्रकारों को पुलिस ने गिरफ्तार किया था , उन्हें न्यायालय में पेश करने के बाद तीन दिन का पुलिस रिमांड मिला था जिसके चलते मंगलवार को पुनः दोनों ही तथाकथित पत्रकारों को कोर्ट के समक्ष पेश किया गया। जहां से उन्हें पुलिस ने आठ नवंबर तक पुलिस रिमांड पर भेज दिया है।
आपको बता दें की गत दिनों पांवटा साहिब के दो तथाकथित पत्रकार जो अपने वेब पोर्टल चलाते थे द्वारा कई उद्योगपतियों और कर्मचारियों को लंबे समय से ब्लैकमेल किया जा रहा था , जिसके चलते एक उद्योगपति ने दोनों ही पत्रकारों की शिकायत पुलिस को दी। पुलिस द्वारा गहन पड़ताल करने के बाद दोनों आरोपी तथाकथित पत्रकारों को गिरफ्तार किया और उन्हें न्यायालय में पेश किया जहां से पहले उन्हें तीन दिन का पुलिस निर्माण मिला , लेकिन अब उन्हें 4 दिन का और पुलिस रिमांड मिल गया है। बताते हैं कि पुलिस द्वारा अब दोनों ही तथाकथित पत्रकारों की संपत्ति की जांच की जा रही है। यही नहीं जहां एक पत्रकार पुलिस रिकॉर्ड में भी हिस्ट्रीशीटर की सूची में दर्ज है। वहीं दूसरे तथाकथित पत्रकार भी कई ब्लैकमेलिंग के आरोप लगे हैं। बताते हैं कि कुछ दिन पूर्व उक्त पत्रकार ने एक उद्योगपति से पांच लाख रुपए की राशि वसूल की थी।
अब पांवटा साहिब के नामी उद्योग के मालिक से एक लाख रुपये वसूल किया था जबकि 10 लाख की और डिमांड की जा रही थी , जिसके चलते उद्योगपति ने उनकी शिकायत पुलिस को दी। साथ ही पांवटा साहिब स्थित चेंबर आफ कमर्स एंड इंडस्ट्री ने भी सोमवार को आपातकालीन बैठक बुलाई थी। बैठक में कई उद्योगपतियों ने उक्त तथाकथित पत्रकारों के कच्चे चिट्ठे खोले और निर्णय लिया कि यदि भविष्य में कोई भी तथाकथित मीडिया कर्मी किसी उद्योगपति को ब्लैकमेल करता है तो वह इसकी शिकायत तुरंत पुलिस को दें। साथ ही चैंबर आफ कमर्स एंड इंडस्ट्री को भी अवगत करवाया जाये। चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के अध्यक्ष सतीश गोयल का कहना है कि पांवटा साहिब के तथाकथित पत्रकारों द्वारा कई उद्योगपतियों और कर्मचारियों को ब्लैकमेल किया जाता रहा है , लेकिन कोई भी उनके खिलाफ आवाज नहीं उठा पाया।
उन्होंने कहा कि चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री की बैठक में भी कई उद्योगपतियों ने आपबीती बयां की। सतीश गोयल का कहना है कि मीडिया लोकतंत्र का चौथा स्तंभ माना जाता है , लेकिन कुछ तथाकथित पत्रकारों ने मीडिया के पेशे को कलंकित किया है , जिसके चलते निष्पक्ष एवं स्वच्छ छवि वाले पत्रकारों की छवि भी धूमिल हो रही है। अब देखना यह है कि चार दिन के रिमांड के दौरान पुलिस उक्त तथाकथित पत्रकारों से क्या राज उगलवाती है। यही नहीं पुलिस गिरफ्त में उक्त पत्रकारों को कुछ पुलिस अधिकारियों द्वारा भी शय दी जा रही थी।
बताते हैं कि पुलिस थाने में ही दोनों आरोपी पत्रकारों को वीआईपी ट्रीटमेंट दिया जा रहा था , जिसकी सूचना जब पुलिस अधीक्षक सिरमौर को दी गई तो पुलिस अधीक्षक ने न केवल जांच अधिकारी को तब्दील कर दिया , बल्कि पांवटा साहिब के थाना प्रभारी को भी हेड क्वार्टर तलब कर दिया है। अब इस मामले की जांच नए अधिकारी को सौंप गई है। साथ ही पता थाना में नए एसएचओ को तैनात किया गया है। मामले की पुष्टि करते हुए आईपीएस अधिकारी अदिति सिंह ने बताया कि पांवटा पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपी पत्रकारों को मंगलवार को न्यायालय में पेश किया गया , जहां से उन्हें 4 दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा है। उन्होंने कहा कि पुलिस द्वारा मामले की गहनता से छानबीन की जा रही है।