दवाइयों की आड़ में फल-फूल रहा नशे का कारोबार,एक दशक में रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचे तस्करी के आंकड़े
मेडिकल स्टोर और लोकल नेटवर्क नशीली दवाओं का अवैध धंधा चला रहे हैं। दवाइयों की आड़ में नशे का काला कारोबार फल-फूल रहा है। एक दशक में रिकॉर्ड स्तर पर तस्करी के आंकड़े पहुंच गए

यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला 14-10-2025
मेडिकल स्टोर और लोकल नेटवर्क नशीली दवाओं का अवैध धंधा चला रहे हैं। दवाइयों की आड़ में नशे का काला कारोबार फल-फूल रहा है। एक दशक में रिकॉर्ड स्तर पर तस्करी के आंकड़े पहुंच गए हैं। हिमाचल में टैबलेट, कैप्सूल, सिरप, डोडा अफीम और वैन दवाओं की जब्त मात्रा एक तस्करी की गवाही देते हैं।
पुलिस और नारकोटिक्स विभाग के 2015 से 2025 तक के अभियानों में टैबलेट, कैप्सूल, सिरप, इंजेक्शन, अफीम डोडा, एमडीएमए, एलएसडी और अन्य नशीले पदार्थों की भारी मात्रा जब्त की गई है।
जांच में यह भी पता चला है कि कुछ मेडिकल स्टोर और स्थानीय वितरण नेटवर्क इस अवैध कारोबार का प्रमुख जरिया बन रहे हैं। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, 2015 में 1,88,463 टैबलेट और 88,978 कैप्सूल जब्त किए गए थे।
इसके अलावा एलएसडी, अफीम डोडा और अन्य पाउडर फॉर्म में नशीले पदार्थ भी बड़ी मात्रा में पकड़े गए। 2019 में अफीम डोडा की जब्ती 82.405 किलो थी, जो 2021 में बढक़र 190.615 किग्रा हो गई। 2023 में यह आंकड़ा और उछलक र 625 किग्रा पहुंच गया, साथ ही 31 किलो अफीम सीड भी जब्त किया गया।
2025 में स्थिति और गंभीर हुई। इस वर्ष अब तक 41.145 किलो अफीम डोडा, 14.37 ग्राम मेथाकोलोन और 20.024 ग्राम एमडीएमए जब्त किया गया है। इसके अतिरिक्त, हशीश ऑयल, ट्रामाडोल पाउडर और अन्य नशीले पदार्थों की भी भारी मात्रा पकड़ी गई।
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