देश भर में गेहूं और हल्दी पर सबसे ज्यादा न्यूनतम समर्थन मूल्य देने वाला राज्य बना हिमाचल
हिमाचल प्रदेश देश भर में गेहूं और हल्दी पर सबसे ज्यादा न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) देने वाला राज्य बन गया है। गेंहू पर 60 रुपए और हल्दी पर 90 रुपए किसानों को दिए जा रहे हैं। जिसके लिए विभाग ने खरीद केंद्र बनाकर प्राकृतिक खेती से उगाई गई गेहूं और हल्दी कि खरीद शुरू कर दी

कृषि मंत्री चौधरी चंद्र कुमार ने की कृषि विभाग के अधिकारियों से समीक्षा बैठक
यंगवार्ता न्यूज़ -शिमला 17-05-2025
हिमाचल प्रदेश देश भर में गेहूं और हल्दी पर सबसे ज्यादा न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) देने वाला राज्य बन गया है। गेंहू पर 60 रुपए और हल्दी पर 90 रुपए किसानों को दिए जा रहे हैं। जिसके लिए विभाग ने खरीद केंद्र बनाकर प्राकृतिक खेती से उगाई गई गेहूं और हल्दी कि खरीद शुरू कर दी है। प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए राज्य भर में किसानों को प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है।
कृषि विभाग ने प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए 15 मई से 15 जून तक विशेष अभियान चलाया जा रहा है। इस पर हिमाचल के कृषि मंत्री चौधरी चंद्र कुमार ने राज्य सचिवालय में समीक्षा बैठक की। बैठक में अधिकारियों को प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए ज्यादा से ज्यादा किसानों की जोड़ने के लिए दिशा निर्देश दिए।
कृषि मंत्री चंद्र कुमार ने बताया कि देशभर में हिमाचल पहला राज्य है जहां गेहूं पर सबसे ज्यादा न्यूनतम समर्थन मूल्य 60 रुपए दिया जा रहा है। वहीं हल्दी पर 90 रुपए प्रति किलो और मक्की की खरीद पर 40 रुपए प्रति किलो के हिसाब से किसानों को पैसे दिए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने की दिशा में राज्य सरकार तेजी से काम कर रही है।
उन्होंने कहा कि इस बावत कृषि विभाग की समीक्षा बैठक में अधिकारियों को दिशा निर्देश भी दिए गए हैं।हिमाचल में कोंग्रेस संगठन को लेकर भी कैबिनेट मंत्री चंद्र कुमार ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस हाईकमान इस पूरे मसले पर गंभीरता से काम कर रही है, की बार मुख्यमंत्री इसपर बात करने दिल्ली भी जा चुके हैं।
संगठन बनाए जाने से पहले सभी से राय ली जा रही है। हिमाचल में जल्द ही कोंग्रेस कमेटी में नियुक्तियां हो जाएंगी। उन्होंने कहा कि आज ही मुख्यमंत्री सुक्खू से इसपर बात की है, हिमाचल में कोंग्रेस की कार्यकारिणी भंग हुए 6 महीने से ज्यादा का समय बीत चुका है। ऐसे में जल्द ही सभी ब्लॉक, जिला अध्यक्षों की नियुक्तियां हो जाएंगी।
उन्होंने संगठन में एक व्यक्ति एक पद के फार्मूले पर काम करने की नसीहत भी दी। आगामी कुछ महीनों में पंचायतीराज के चुनाव भी आने हैं, ऐसे में ये जरूरी है कि जल्द ही संगठन में नियुक्तियां हों और वो पूरी तरह से कार्यशील होना चाहिए।
चौधरी चंद्र कुमार ने हालही में चौधरी चंद्र कुमार के इंडस वाटर ट्रीटी के समझौते के तहत पानी रोकने के फैंसले पर सवाल उठाए थे। इसपर भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने दिल्ली में एक पत्रकार वार्ता के जरिए चंद्र कुमार पर निशाना साधा था। चौधरी चंद्र कुमार ने संबित पात्रा पर पलटवार किया और कहा इस तरह के बयानों से अक्सर विवाद होते हैं।
भारत की सेना पर हमें नाज है। हमने बहुत सी लड़ाइयां लड़ी हैं। तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने पाकिस्तान को शिकस्त देने के लिए कई महत्वपूर्ण फैंसले लिए लेकिन उस समय इसका ज्यादा प्रचार नहीं किया गया। क्यूंकि मिलिट्री ऑपरेशन हमेशा सीक्रेट होते हैं। इंडस वाटर ट्रीटी समझौते के जरिए 80 से 90 फीसदी पानी चिनाव के जरिए पाकिस्तान को गया।
जबकि बाकी नदियों का पानी भारत के अलग अलग हिस्सों को मिला। अब भारत सरकार ने इस समझौते को रद्द कर दिया लेकिन पानी को रोकना बरसात के दिनों में मुश्किल हो सकता है। उन्होंने कहा लड़ाई झगड़ों से मसले हल नहीं हो सकते हमें बैठ कर इस पर बात करनी चाहिए।
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